PTI, क्रिटिकल प्लान हर साल रिन्यू होता है और तब नो क्लेम बोनस मिलता है.
कोरोना के लगातार बढ़ते मामले आपकी चिंता बढ़ा रहे होंगे लेकिन इसमें उम्मीद की बात ये है कि लोग ठीक भी हो रहे हैं. क्योंकि देश में लगातार बढ़ रहे मामले ठीक होने वालों से ज्यादा हैं इसलिए भारत में रिकवरी रेट घटा है. लेकिन अच्छी बात ये है कि लोग तेजी से रिकवर (Recovery) भी हो रहे हैं. मसलन, 7 अप्रैल को भारत में पहली बार 1 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए थे – आज से ठीक दो हफ्ते पहले. वहीं पिछले एक दिन में 1,78,841 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं.
कोविड-19 संक्रमण से मुक्त होने के लिए कम से कम 14 दिन तक क्वारंटीन होने का निर्देश दिया जाता है ताकि वे ठीक हो जाएं.
देश में अब तक 1,34,54,880 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए थे जो कुल मामलों का 84.46 फीसदी है. भारत में फिलहाल 22.91 लाख से ज्यादा एक्टिव मामले हैं. भारत के उत्तर-पश्चिम राज्यों में रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है – यहां 96-98 फीसदी तक संक्रमित ठीक हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश में रिकवरी रेट सबसे कम है.
विदेश से तुलना करें, अमेरिका में रिकवरी रेट 77.2 फीसदी है, ब्राजील में 89.5 फीसदी और युनाइटेड किंग्डम में ये 94.8 फीसदी है.
📍#COVID19 India Tracker
(As on 22 April, 2021, 08:00 AM)➡️Confirmed cases: 1,59,30,965
➡️Recovered: 1,34,54,880 (84.46%)👍
➡️Active cases: 22,91,428 (14.38%)
➡️Deaths: 1,84,657 (1.16%)#IndiaFightsCorona#Unite2FightCorona#StaySafe @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/HMo2QeaOkU— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) April 22, 2021
महाराष्ट्र में जहां 67 हजार से ज्यादा नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं तो वहीं 54,985 लोग ठीक भी हुए हैं. ठीक ऐसे ही दिल्ली में नए मरीजों की और ठीक होने वाले लोगों की संंख्या तकरीबन एक समान है. दिल्ली में पिछले एक दिन में 24,638 नए मामले सामने आए हैं तो वहीं 24,600 लोग ठीक हो चुके हैं. छत्तिसगढ़ में ठीक होने वाले लोगों की संख्या नए संक्रमितों से ज्यादा है. यहां 17,263 लोग ठीक हो गए हैं जबकि 14,519 नए मामले सामने आए हैं.