COVID-19: सभी के निरंतर प्रयासों और जनता के सक्रिय सहयोग से अब मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण का स्तर कम हो रहा है. बड़ी संख्या में मरीज स्वस्थ होकर घर वापस लौट रहे हैं. जनता कर्फ्यू का प्रभाव प्रदेश में दिखने लगा है. ये बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं के संबंध में कोर ग्रुप के सदस्यों की बैठक लेते हुए कही. बैठक में संबंधित मंत्री और अधिकारी वीसी के माध्यम से शामिल हुए थे.
मुख्यमंत्री चौहान ने यह भी बताया कि संक्रमण के मामले में मध्यप्रदेश देश में 11वें से 13वें स्थान पर खिसक गया है. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 94 हजार से अधिक हो गई थी, जो अब 92 हजार 77 रह गई है. पिछले 24 घंटे में 13 हजार 363 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं. कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या में 696 की कमी आई है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश की कोरोना पॉजिटिविटी रेट में भी निरंतर गिरावट आ रही है. प्रदेश की साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी रेट 22.7 फीसद रह गई है. प्रदेश में 15 अप्रैल को 55 हजार 694 और 22 अप्रैल को 84 हजार 957 सक्रिय मरीज थे. 29 अप्रैल को 92 हजार 77 सक्रिय मरीज हैं.
जिले वार समीक्षा में पाया गया कि भोपाल में सर्वाधिक 1,811 नए कोरोना प्रकरण आए हैं. इंदौर में 1,789, ग्वालियर में 920, जबलपुर में 741, रीवा में 348, उज्जैन में 308 तथा रतलाम में 296 नए कोरोना प्रकरण आए हैं.
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता निरंतर बढ़ रही है. हवाई मार्ग, रेल मार्ग एवं सड़क मार्ग तीनों से ऑक्सीजन मध्यप्रदेश आ रही है. प्रदेश को 28 अप्रैल को 568.76 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हुई. मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी जिले आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन का उपयोग करें. ऑक्सीजन का अनावश्यक व्यय न किया जाए.