पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को विशेषज्ञों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक समीक्षा बैठक की. जानकारों की माने तो इस बैठक में पीएम मोदी ने कई बड़े फैसले संभवता लिए हैं.
इसमें एक फैसला MBBS और नर्सिंग के छात्रों को कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए तैनात किया जाना भी हो सकता है. बैठक में छात्रों को प्रोत्साहित करने और कोविड ड्यूटी में शामिल होने के लिए मेडिकल और नर्सिंग पाठ्यक्रमों के पास-आउट को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए गए, जिनका बारे में ब्यौरा कल सामने आएगा.
इसके साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी ने ऑक्सीजन आपूर्ति और संसाधनों के सही तरीके से इस्तेमाल पर भी चर्चा की.
देश में लगातार कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. रविवार को एक दिन में 3 लाख 92 हजार 488 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 1 करोड़ 95 लाख 57 हजार 457 हो गए जबकि पिछले 24 घंटों में 3,689 लोगों की मौत हो गई.
कोरोना की इस दूसरी लहर को देखते हुए पीएम मोदी की ओर से लगातार बैठकें की जा रही हैं.
पिछले दिनों सेना प्रमुख और वायु सेना प्रमुख ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात में उन्हें सशस्त्र बलों द्वारा कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी थी.
कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर देश में ऑक्सीजन (oxygen) की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार ने 30 ऐसे उद्योगों की पहचान की है, जहां ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकता है.
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने ऑक्सीजन आपूर्ति और संसाधनों के सही तरीके से इस्तेमाल पर भी चर्चा की.
गौरतलब है कि दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में अस्पतालों में ऑक्सीजन (oxygen) की भारी किल्लत महसूस की जा रही है. अस्पतालों को उनकी जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो रही है.