Covaxin: देश के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण के विशेषज्ञों की एक समिति ने भारत बायोटेक (Bharat Biotech) कंपनी के कोविड टीके -कोवैक्सीन के तीसरे चरण (Covaxin third phase clinical trial) के परीक्षण के आंकड़ों की समीक्षा की और उसे स्वीकार कर लिया है. सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हैदराबाद स्थित कंपनी द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, स्वदेशी रूप से विकसित टीका 25,800 परीक्षणों में 77.8 प्रतिशत प्रभावी रहा. उन्होंने कहा कि कंपनी ने सप्ताहांत में भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई – DCGI) को कोवैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण के आंकड़े सौंपे थे.
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 संबंधी विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने मंगलवार को आंकड़ों की समीक्षा की और इसे स्वीकार कर लिया. सूत्रों ने बताया कि उनकी सिफारिशें अब डीसीजीआई को भेजी गयी हैं.
भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के 23 जुलाई को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ एक बैठक में भाग लेने की भी उम्मीद है. उसके बाद टीका कंपनी डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) के करीब पहुंच सकेगी. डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार टीको निर्माता को अपने टीके की समग्र गुणवत्ता का सार पेश करने का एक अवसर होगा,
WHO की वेबसाइट पर कोविड-19 वैक्सीन के स्टेटस की जानकारी उपलब्ध कराई गई है. WHO की इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के बाद ही कोई कोविड-19 रोधी वैक्सीन संगठन के कोवैक्स मुहिम में शामिल हो सकती है. वेबसाइट के मुताबिक भारत बायोटेक की वैक्सीन अभी इवेल्यूएशन प्रक्रिया में है.
गौरतलब है कि भारत में इस्तेमाल के लिए फिलहाल सिर्फ 3 वैक्सीन को ही मंजूरी है. सीरम इंस्टीट्यूट और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और रूसी वैक्सीन सुप्तिनिक-V.
कोविन प्लैटफॉर्म के मुताबिक भारत में अब तक 3.46 करोड़ कोवैक्सीन डोज लगाई गई है. वहीं, कोविशील्ड की 25.53 करोड़ से ज्यादा खराकें दी जा चुकी हैं.
(PTI इनपुट के साथ)