Co-Win: देश को कोरोना महामारी से बचाने के लिए सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है. इसी दिशा में एक अहम प्रयास है ‘टीकाकरण’, जो कोरोना वायरस संक्रमण से बचने में कवच का काम कर रहा है. 16 जनवरी से सरकार लगातार इसी मुहिम में जुटी है कि जल्द से जल्द देश की पूरी आबादी को टीके से सुरक्षित किया जा सके.
बताना चाहेंगे, इस बाबत सरकार ने ‘को-विन’ (Co-Win) एप के जरिए जनता को एक मंच प्रदान किया, जिस पर टीकाकरण से जुड़ी सारी जानकारियां उपलब्ध हैं. सरकार लगातार अपने टीकाकरण अभियान को लेकर समय-समय पर अहम जानकारियां आवाम के साथ साझा करती रहती है. खासतौर से टीकाकरण से जुड़ी भ्रांतियों को लेकर सरकार जानकारियां देती रही है.
इसी कड़ी में शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि को-विन एप बिल्कुल सुरक्षित है. मंत्रालय ने यह भी बताया कि इस एप को हैक नहीं किया जा सकता. को-विन एप के जरिए उचित प्रबंधन के साथ टीकाकरण किया जा रहा है. इस एप पर नजदीकी टीकाकरण केंद्रों की सटीक जानकारी उपलब्ध कराई जाती है. को-विन एप के जरिए टीकाकरण प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराया जा रहा है. दरअसल, ‘को-विन’ एप प्लेटफॉर्म को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों व भ्रमित करने वाली रिपोर्टों का खंडन करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह स्पष्टीकरण दिया है.
हाल के दिनों में कुछ होटलों के ऐसे ऑफर आए हैं जिनमें आप वैक्सीन लगवाकर होटल में ठहर सकते हैं. वैक्सीनेशन (Vaccination) के साथ होटल में रात में स्टे करने के लिए पैकेज ऑफर किए जा रहे हैं. कई स्टार होटलों ने ऐसे पैकेज पेश किए हैं. इनमें वैक्सीन लगवाकर होटल में रुकना, खाना-पीना शामिल है. होटलों ने इस फैसिलिटी के लिए निजी अस्पतालों के साथ गठजोड़ किए हैं.
सरकार की पड़ी नजर
अगर, आप भी ऐसे ही किसी ऑफर में होटल जाकर वैक्सीन (Vaccination) लगवाना चाहते हैं और होटल में ठहरना चाहते हैं तो रुक जाइए. सरकार की नजर होटलों और निजी हॉस्पिटलों के इस तरह के गठजोड़ पर पड़ गई है. केंद्र सरकार इस तरह के पैकेज उतारने वाले होटलों और अस्पतालों पर सख्त है.