फूड डिलीवरी ऐप ज़ोमैटो (Zomato) ने वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में कारोबारी मुनाफ़ा ₹28 करोड़ हो गया है. इसमें ब्लिंकिट का कारोबार शामिल नहीं है. कंपनी ने उम्मीद से बेहतर मुनाफ़ा दिया है. कंपनी ने 2023 के पहली तिमाही के आंकड़े जारी करते हुए जून 2022 में उम्मीद भी जताई थी कि 2023 की चौथी तिमाही में उसका कारोबारी मुनाफ़ा सकारात्मक रहेगा. इस मुनाफ़े का एक बड़ा कारण ज़ोमैटो के मुख्य व्यवसाय फूड डिलीवरी अच्छी बढ़त रही जिससे कंपनी ने कमीशन के तौर पर अच्छा राजस्व जुटाया. कंपनी के ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) में मुनाफ़ा तीसरी तिमाही में 5.1 फ़ीसदी से बढ़कर 5.8 फ़ीसदी हो गया था.
फूड डिलीवरी बिज़नेस में बढ़ोतरी धीमी रहने के बावजूद ये सुधार अच्छा है. जनवरी के आखिर में लॉन्च किए गए ज़ोमैटो के मेंबरशिप प्रोग्राम ज़ोमैटो गोल्ड के लॉन्च के साथ कंपनी अच्छा राजस्व जुटाने में सफल रही और उस पर मंदी का कोई बड़ा असर नहीं हुआ. हालांकि पूरे उद्योग में मंदी की वजह से GOV चौथी तिमाही में में क्रमिक रूप से 1.7 फ़ीसदी गिरकर ₹6,569 करोड़ हो गया था.
फरवरी के छोटे महीने और जनवरी में लगभग 225 शहरों से ज़ोमैटो के बाहर निकलने से कंपनी के विकास पर असर पड़ा. लेकिन इस तिमाही में इंडियन प्रीमियर लीग और गर्मी की छुट्टी जैसी मौसमी अनुकूल परिस्थितियां हैं जो कंपनी के पक्ष में हैं जिनकी वजह से उसके ऑर्डर्स में और बढ़ोतरी हो सकती है. ज़ोमैटो वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही तक GOV में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहा है.
अभी के लिए ज़ोमैटो के शेयरों ने जनवरी में अपने निम्न स्तर से 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है लेकिन आगे का रास्ता आसान नहीं है. ज़ोमैटो के लिए उच्च विकास दर हासिल करना और एक साथ लाभ मार्जिन का विस्तार करना चुनौतीपूर्ण होगा. हालांकि ज़ोमैटो को समेकित आधार पर वित्त वर्ष 2024 की चार तिमाहियों के भीतर कारोबारी मुनाफ़ा और टैक्स के बाद लाभ के सकारात्मक रहने की उम्मीद है.