विमानन कंपनी Go First का संकट कम होने नाम नहीं ले रहा. इसे लीज पर विमान देने वाली कंपनियों ने नागर विमानन नियामक DGCA से संपर्क कर अपने विमान वापस दिलाने का अनुरोध किया है. CDB Aviation, SMBC Aviation Capital, Sonoran Aviation Company ने 20 Airbus A320 Neo विमान कंपनी से वापस दिलाने की मांग की है. अगर नागर विमानन नियामक Go First के खिलाफ फैसला करता है तो उसे अपने विमान वापस करने पड़ सकते हैं. ऐसे में 9 मई के बाद भी उसकी सेवाएं शुरू हो पाने की उम्मीद पूरी तरह से खत्म हो जाएगी.
Go First एयरलाइन के दिवालिया होने के बाद वाडिया परिवार फिर से उसे अपने हाथ में लेना चाहता है. एक रिपोर्ट के अनुसार वाडिया परिवार यह चाहता है कि Insolvency and Bankruptcy Code यानी IBC नियमों में इस तरह का बदलाव लाया जाए ताकि प्रमोटर भी इसकी बिडिंग में हिस्सा ले सके. इसकी वजह यह भी है कि नकदी संकट से जूझ रहे Go First के अकाउंट्स को बैंकों ने अभी NPA घोषित नहीं किया है. संकटग्रस्त एयरलाइन Go First की उड़ानें 9 मई तक के लिए बंद हो चुकी हैं. इस बीच नागर विमानन नियामक DGCA ने कहा है कि एयरलाइन कैंसिल हुए सभी फ्लाइट के लिए टिकट की राशि यात्रियों को वापस करे. ऐसी कुल राशि करीब 350 करोड़ रुपए की है.
इस बीच एक रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है कि Go First को इंजन सप्लाई करने वाली कंपनी Pratt & Whitney का भी रिकॉर्ड काफी खराब रहा है. पिछले तीन साल में 47 साल से ज्यादा के फ्लाइंग टाइम में इसके इंजन वाले एयरबस विमान 17,244 दिन ग्राउंडेड रहे. Go First ने अमेरिका में एक इमरजेंसी पेटिशन दाखिल कर कहा है कि Pratt & Whitney इंजन एवं स्पेयर्स के सप्लाई में विफल रही है.