निवेशकों को सिल्वर एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Silver ETF) खूब लुभा रहा है. मार्च 2023 तक सिल्वर ईटीएफ के निवेश (AUM) 1,800 करोड़ रुपए के करीब हो गया. निवेशक सिल्वर ईटीएफ (Silver ETF) को भी निवेशक गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) की तरह ही पसंद कर रहे हैं. मार्केट रेगुलेटर (Sebi) ने सितंबर 2021 में सिल्वर ईटीएफ (Silver ETFs) को मंजूरी दी थी. इसमें आप चांदी को शेयरों की तरह खरीद सकते हैं. सिल्वर ईटीएफ ने पिछले एक साल में 23 फीसद तक का शानदार रिटर्न दिया है.
क्या हैं आंकड़े?
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के आंकड़ों के अनुसार, इंडस्ट्री में 7 सिल्वर ईटीएफ हैं- निप्पॉन इंडिया सिल्वर ईटीएफ, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल सिल्वर ईटीएफ, आदित्य बिड़ला सन लाइफ सिल्वर ईटीएफ, एचडीएफसी सिल्वर ईटीएफ, एक्सिस सिल्वर ईटीएफ, कोटक सिल्वर ईटीएफ और डीएसपी सिल्वर ईटीएफ. इन सभी की शुरुआत 2022 में हुई और ज्वाइंट एसेट बेस मार्च, 2023 तक 1,792 करोड़ रुपए था. यानी निवेशकों में सिल्वर ईटीएफ काफी लोकप्रिय हो रहा है.
सिल्वर ETF में निवेश के फायदे
सोने के बाद चांदी प्रभावशाली बुलियन बनती जा रही है. आने वाले समय में इसमें और भी मजबूती देखने को मिलने के आसार हैं. इसमें निवेश के कई बड़े फायदे हैं. सिल्वर ETF की एक यूनिट की कीमत 100 रुपए से भी कम है. यानी आप 100 रुपए से भी कम में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. इलेक्ट्रॉनिक चांदी डीमैट अकाउंट में होती है जिससे इसके चोरी होने का डर नहीं होता. इतना ही नहीं, सिल्वर ETF को आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है.
सिल्वर ईटीएफ में कैसे करें निवेश?
सिल्वर ईटीएफ एक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड हैं जिसे आप स्टॉक एक्सचेंज पर खरीद और बेच सकते हैं. यानी इसकी ट्रेडिंग भी शेयर की तरह ही होती है. सिल्वर ETF में निवेश के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए. NSE या BSE पर उपलब्ध सिल्वर ETF को जब आप खरीदारी कर सकते हैं. इसके बाद आपके डीमैट अकाउंट से इसकी राशि डिबेट हो जाएगी.