पहले साल की शानदार सफलता के बाद, केजरीवाल सरकार के बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम में दूसरे साल भी छात्रों का ज़बरदस्त प्रदर्शन रहा है. केजरीवाल सरकार के इस स्टूडेंट एंत्रप्रेन्योरशिप प्रोग्राम के तहत विभिन्न चरण से होते हुए दूसरे साल में 2 लाख बच्चों में से टॉप 100 स्टार्टअप्स का चयन किया गया. शुक्रवार को शिक्षा मंत्री आतिशी ने एक्सपो के लिए चयनित कुछ टीमों से मुलाकात की और उनके बिज़नेस आइडियाज के बारे में जाना. इस मौका पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि, बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम ने साबित कर दिया है कि,दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में टैलेंट की कमी नहीं है. उन्हें बस आगे बढ़ने के लिए मौका देने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम उदाहरण है कि यदि दिल्ली की तरह देश के शिक्षा व्यवस्था में बदलाव लाए जाए तो दुनिया का नंबर.1 देश भारत जरुर बन सकता है. उन्होंने कहा कि, बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के तहत हमारे छात्रों ने अपने शानदार बिज़नेस मॉडल और एंत्रप्रेन्योर स्किल्स के साथ साबित किया है कि देश का भविष्य सुरक्षित हाथों में है. उन्होंने कहा कि जिस विज़न के साथ इस प्रोग्राम की शुरुआत हुई थी वो विज़न पूरा हो रहा है. अब हमारे छात्र अपने बिज़नेस मॉडल से न केवल हजारों-लाखों का प्रॉफिट कमा रहे है बल्कि जरुरतमंदों को रोजगार भी दे रहे है.
बिजनेस ब्लास्टर्स में भाग लेने वाले सभी छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, “बिजनेस ब्लास्टर्स को दूसरे साल भी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. दिल्ली सरकार के स्कूलों के छात्रों के उत्साह और रचनात्मकता के स्तर को देखकर ये साबित हो गया है कि हमारे बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं हैं. ईएमसी और बिजनेस ब्लास्टर्स को हमारे छात्रों को सफल उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए डिजाइन किया गया है. इस कार्यक्रम को हमारे छात्रों को रिस्क लेने, रोजमर्रा की चुनौतियों से बेहतर ढंग से निपटने में सक्षम बनाने के लिए तैयार किया गया है.”
उन्होंने आगे कहा कि बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम दिखाता है कि, हमारे स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को केवल मौका देने की जरुरत है उनमे टैलेंट की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि मौजूदा शिक्षा प्रणाली बच्चों को बाँध कर रखती है लेकिन बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम ने हमारे बच्चों को उनकी क्षमता का एहसास करवाया है और भविष्य में आगे बढ़ने का अवसर दिया है. इस प्रोग्राम ने ये साबित कर दिखाया है कि शिक्षा प्रणाली के डिजाईन को बदलने की जरुरत है और इसे सकारात्मक ढंग से बदला जाए तो हमारे स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों की मेहनत की बदौलत भारत जरुर दुनिया का नंबर.1 देश बनेगा.
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि हमारे लिए बेहद गर्व कि बात है कि जिस विज़न के साथ मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी और दिल्ली शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया जी ने बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम की शुरुआत की थी, आज उस विज़न को पूरा करते हुए हमारे स्कूलों के बच्चे जरुरतमंदों को नौकरी देने के साथ हजारों-लाखों का प्रॉफिट भी कमा रहे है. और अपने इसी मेहनत की बदौलत ये बच्चे देश से बेरोजगारी की महामारी को भी दूर करेंगे.
केजरीवाल सरकार के बिज़नेस ब्लास्टर्स ने इजाद किया क्लासरूम अटेंडेंस का स्मार्ट सोल्यूशन- क्यूआर कोड बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम, फ़ास्टटैग की तरह स्कूल गेट पर लगे स्कैनर दर्ज करेंगे बच्चों की उपस्थिति
क्यूआर कोड बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम – आर.पी.वी.वी सूरजमल विहार के छात्रों द्वारा शुरू किया गया ये बिज़नेस आईडिया स्कूलों-शिक्षकों के काम को आसान बनाएगा. यहाँ टीम TranQR क्यूआर बेस्ड मोनो-ग्राम विकसित किया है, जो छात्र के वर्चुअल आईडी कार्ड की तरह होगा. जिसमें एक छात्र से जुड़ी जानकारियां होंगी. और छात्र जब स्कूल में प्रवेश करेगा तो फ़ास्टटैग की तरह एक स्कैनिंग डिवाइस उसकी उपस्थिति दर्ज कर लेगा साथ ही जब वो स्कूल के गेट से बाहर निकलेगा तब क्यूआर कॉड स्कैन के जरिए उसे भी दर्ज कर लिया जायेगा. इससे न केवल शिक्षकों का समय बचेगा बल्कि मैन्युअल रजिस्टरों की जरुरत को समाप्त करके आटोमेटिक डेटा रिकॉर्ड करेगा. टीम लीडर तुषार ने बताया कि उन्होंने अपने इस बिज़नेस को एमएसएमई में रजिस्टर्ड करवा लिया है और देश की नामी स्कैनर कंपनी के साथ आगे के डेवलपमेंट पर काम कर रहे है.
स्मार्ट रोड सर्फेस लाइट्स व लालबत्ती के साथ रंग बदलते जेब्रा क्रासिंग के जरिये लाखों के ऑर्डर्स पा रहे है केजरीवाल सरकार के स्कूलों के नन्हे एंत्रप्रेन्योर्स
सर्वोदय बाल विद्यालय, आनंदवास की टीम रेनबो का स्मार्ट रोड सर्फस लाइट व का बिज़नेस है. इन्होने इल्यूमिनेटेड ज़ीब्रा क्रॉसिंग तैयार किया है जो सौर-उर्जा से चलता है और पैदल यात्रियों को सड़क पार करने में सुगमता हो इसे देखकर डिजाईन किया गया है. टीम लीडर ने साझा किया कि वो बिहार का रहने वाला है और बेहतर पढाई के लिए बिहार से दिल्ली आया और यहाँ अपनी पढ़ाई पीजी में रहते हुए पूरी कर रहा है. टीम ने रोड लाइट के भी सस्ते और टिकाऊ मॉडल विकसित किए है. और इनका दावा है कि अबतक इन्हें 50 लाख रूपये से ज्यादा के आर्डर मिल चुके है.
जीबीएसएसएस होलंबी कलां की इस टीम का बिज़नेस मॉडल सामान्य साइकिलों को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदलना है और पैडलिंग की जरुरत को ख़त्म करना है. टीम अपने उत्पाद के माध्यम से बूढ़े और विकलांग व्यक्तियों की मदद करना चाहती है और इनका लक्ष्य अपनी साइकिलों को बाजार में मौजूदा इलेक्ट्रिक साइकिल से कम से कम दरों पर उपलब्ध करवाना है ताकि इनकी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँच हो.
चिप्स का सेहतमंद विकल्प ‘हेल्थी चिप्स’
*सर्वोदय कन्या विद्यालय, ईस्ट ऑफ़ लोनी रोड में कक्षा 12 में पढने वाली इन छात्रों ने बाजार में बिकने वाले चिप्स का एक बेहतर विकल्प इजाद किया है. और पालक, गाजर,चुकंदर के साथ अपने ‘हेल्थी चिप्स’ विकसित किये है. अबतक इन्होने 800 से ज्यादा चिप्स के पैकेट बेचे है और आसपास के 8 लोगों को रोजगार देने का काम भी किया है.
सर्वोदय बाल विद्यालय, शकरपुर की टीम ए.के. लॉजिस्टिक्स, ने अपना लोजिस्टिक्स का व्यवसाय शुरू किया है. उन्हें इसकी जरुरत तब महसूस हुई जब टीम के एक सदस्य आशीष ने कुछ सामान को दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए एक ट्रक बुक किया था, लेकिन न तो उनका सामान मिला और न ही ट्रक के बारे में कोई जानकारी मिली. जिस लॉजिस्टिक्स से उसने बुकिंग की थी वह भी ट्रक का कोई अपडेट देने में विफल रहा. ऐसे में लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में पारदर्शिता की जरुरत को महसूस करते हुए, आशीष ने खुद के का लॉजिस्टिक्स बिज़नेस को शुरू करने का निर्णय लिया.
उनका ये व्यवसाय ग्राहकों को ट्रकों की रियल टाइम ट्रैकिंग की सुविधा देता है. साथ ही जब वे अन्य लोगों/एजेंसी से ट्रक किराए पर लेते हैं, तो वे ट्रक पर ड्राइवर और उनके सहायक हेल्पर्स की जांच करते हैं. इसके अतिरिक्त, ग्राहकों को उनके मोबाइल पर लॉजिस्टिक्स के बारे में व्यापक जानकारी भी मिलती है. टीम ने 20 लोगों को जॉब दी है साथ ही बड़ी कूरियर कंपनियों के साथ टाई-अप भी कर रही है.
ब्यूटी प्रोडक्ट्स का किफायती और हर्बल सोल्यूशन ‘हर्ब्स मैजिक’
सर्वोदय कन्या विद्यालय, विजय नगर की टीम हर्ब्स मैजिक किफायती दामों पर स्किन और ब्यूटी प्रोडक्ट्स उपलब्ध करवाती है. हर्ब्स मैजिक की टीम ने पाया कि मार्किट में बहुत से मौजूदा ब्यूटी प्रोडक्ट्स कैमिकल युक्त है, जिससे त्वचा को नुकसान पहुँचता है. टीम को अपने इस बिज़नेस आईडिया की प्रेरणा अपने साइंस क्लास से मिली. हर्ब्स मैजिक टीम ने इसे एक व्यावसायिक अवसर के रूप में पहचानकर निर्णय लिया कि हर्ब्स मैजिक की शुरुआत की जाए. इसका उद्देश्य था सभी व्यक्तियों की जरूरतों को पूरा करते हुए, बाल और त्वचा की देखभाल के समाधान प्रदान करना, जो किफायती हो और गुणवत्ता से कोई समझौता न करें.
सेल्फ चार्जिंग स्पीकर्स के साथ उर्जा बचाती टीम बी-ब्राइट
आरपीवीवी द्वारका सेक्टर-5 की टीम बी-ब्राइट ने एक ऐसा ब्लू-टूथ स्पीकर तैयार किया है जो सेल्फ-चार्जिंग है. ये स्पीकर्स अपने अन्दर उत्पन्न होने वाली इलेक्ट्रिसिटी और तरंगों को उपयोग करके खुद को चार्ज कर लेती है. टीम को बड़ी मात्रा में ऑर्डर्स मिल रहे है. ये अपने बिज़नेस को आगे बढाने के लिए इन्वेस्टर्स ढूंढ रहे है.