रिटेल कारोबार में क्या हैं रिलायंस की चुनौतियां?

जियो मार्ट ब्रांड के माध्यम से कंपनी ऑनलाइन और ऑफ़लाइन रिटेलिंग में भी है. आजियो डॉट कॉम भी रिलायंस का ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है जिसके ज़रिए रिटेल कारोबार की लोगों तक पहुंच बनाने की कोशिश की जा रही है.

रिटेल कारोबार में क्या हैं रिलायंस की चुनौतियां?

फोटो साभार: TV9 भारतवर्ष

फोटो साभार: TV9 भारतवर्ष

रिलायंस किसी भी क्षेत्र में व्यापार की दिशा का रुख मोड़ने के लिए जानी जाती है. रिलायंस ग्रुप की रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड से भी लोगों को यही उम्मीद है. जियो मार्ट ब्रांड के माध्यम से कंपनी ऑनलाइन और ऑफ़लाइन रिटेलिंग में भी है. आजियो डॉट कॉम भी रिलायंस का ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है जिसके ज़रिए रिटेल कारोबार की लोगों तक पहुंच बनाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन इस रिटेल कारोबार को बाज़ार में पहले से मौजूद बिग बास्केट, ब्लिंकिट जैसी कंपनियों और कई छोटे रिटेल स्टार्टअप्स से चुनौती मिलती हुई दिखाई देती है. ऐसे में सवाल ये है कि क्या कंपनी इनके सामने टिक पाएगी? रिटेल कारोबार में रिलायंस के सामने चुनौतियां क्या हैं?

इस सवाल के जवाब में सीनियर फंडामेंटल एक्सपर्ट पीके अग्रवाल कहते हैं कि निश्चित रूप से रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के पोर्टफोलियो में रिलायंस रिटेल ही हैजिसका प्रदर्शन ख़ास नहीं कहा जा सकता है. अग्रवाल इसकी वजह गिनाते हुए कहते हैं कि ये दरअसल कम मुनाफे वाला कारोबार है. कुल कंपनी के राजस्व में रिटेल कारोबार 25-26 फीसदी का हिस्सा रखता है. रिलायंस का 10 लाख करोड़ का राजस्व है जिसमें 2.6 लाख करोड़ रिटेल से आता है और उसमें होने वाला नेट प्रॉफिट 9000 करोड़ के आस पास है, जो 3.5 फीसदी है. दूसरा कई कारोबार बहुत शुरुआती स्टेज में है जिनसे अभी रिटर्न आना शुरू नहीं हुआ है और कंपनी को इनमें निवेश करना पड़ रहा है.

रिटेल कारोबार की सबसे बड़ी चुनौती की एक अन्य वजह इसके कई सेगमेंट्स और सब सेगमेंट्स का होना है. रिलायंस रिटेल का कारोबार कंज्यूमर गुड्स, इलेक्ट्रॉनिक, फार्मा, फर्नीचर, खिलौने, कपड़े, फुटवियर से लेकर ज्वैलरी तक फैला है. पीके अग्रवाल का कहना है कि हर बिज़नेस को चलाने की रणनीति अलग तरह से काम करती है. ग्रॉसरी बेचने की रणनीति से ज्वैलरी का बिज़नेस नहीं चलाया जा सकता इसलिए कंपनी का प्रदर्शन इसमें बहुत अच्छा नहीं देखने को मिल रहा है. हालांकि कंपनी ने रिटेल कारोबार को अपनी चौथी तिमाही के नतीजे सकारात्मक दिखाए हैं. मार्च में तिमाही आय 19.4 फीसदी बढ़कर 69,267 करोड़ रुपये पहुंच गई. मुनाफ़ा 12.9 फीसदी की बढ़त के साथ 2,415 करोड़ रुपये रहा.

Published - April 27, 2023, 12:00 IST