खुद को दिवालिया घोषित कर चुकी गोफर्स्ट ने 9 मई तक अपनी सभी उड़ाने रद्द कर दी है. एविएशन कंपनी ने 15 मई तक फ्लाइट्स की बुकिंग को भी बंद कर दिया है. कंपनी की ओर से कहा गया है कि वो बैंकों को वन टाइम सेटलमेंट का ऑफर देगी. कंपनी का कहना है कि NCLT में जाने के पीछे उनका उद्देश्य एयरलाइन को बंद करना नहीं बल्कि उसे उबारना है. इस बीच एयरलाइंस को ATF मुहैया कराने वाली कंपनी इंडियन ऑयल का कहना है कि वह बैंक गारंटी को भुनाकर अपना बकाया निकालेगी. इसके अलावा कंपनी को यह भी उम्मीद है कि अनसिक्योर्ड बिक्री का भी करीब 60 लाख डॉलर का भुगतान उसे मिल जाएगा. वहीं अमेरिकी एरोस्पेस कंपनी प्रैट और विटनी का आरोप है कि डिफॉल्ट करने का गो फर्स्ट का पुराना इतिहास है. वित्तीय संकट से जूझ रही इस कंपनी के पायलट और केबिन क्रू दूसरी एयरलाइंस में नौकरी की संभावनाएं तलाश रहे हैं. गो फर्स्ट के डूबने का असर हवाई किरायों के साथ-साथ Bombay Burmah के स्टॉक पर देखने को मिला जिसकी Go First में 32.61 फीसदी हिस्सेदारी है. गुरुवार को शेयर 2% से ज्यादा की कमजोरी के साथ बंद हुआ.
CA फर्म का अदानी समूह से इस्तीफा
24 जनवरी को अदानी ग्रुप पर जारी हुई हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में Shah Dhandharia & Co नाम की CA फर्म की नियुक्ति पर सवाल उठाए गए थे. इस फर्म ने अदानी ग्रुप से इस्तीफा दे दिया है. अदानी ग्रुप की कंपनी अदानी टोटल की तरफ से यह जानकारी दी गई है. ये सीए फर्म अदानी टोटल गैस और अदानी एंटरप्राइस के लिए काम करती थी. सीए फर्म ने पेशेवर व्यस्तता का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है. अदानी समूह ने पिछले साल जुलाई में इस फर्म को नियुक्त किया था. इसके बावजूद Adani Total का शेयर 1 फीसदी और Adani Ent का शेयर करीब पौने पांच फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है. इसकी वजह चौथी तिमाही में अदानी एंटरप्राइजेज के नतीजे बेहद शानदार रहे हैं. Q4 में अदानी एंटरप्राइजेज का मुनाफा 304.3 करोड़ रुपए से 137.4 फीसदी बढ़कर 722.5 करोड़ रुपए पर रहा है. बावजूद इसके कि कुल खर्च 24,673.3 से 22.31 फीसद बढ़कर 30,179.5 करोड़ रुपए पर रहे हैं. कपनी की आय साल दर साल 24,865.5 करोड़ रुपए से 26 फीसद बढ़कर 31,346 करोड़ रुपए पर रही है.
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