TCS Job Scandal: देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस (Tata Consultancy Services) ने 16 कर्मचारियों को बर्खास्त किया है. इसके साथ ही कंपनी ने 6 वेंडरों पर भी रोक लगा दी है. कंपनी ने यह फैसला भर्ती घोटाले को लेकर बड़ी कार्रवाई के दौरान लिया है. कंपनी ने इसकी जानकारी दी है. कंपनी ने इस पूरे मामले की जांच करवाई जिसमें पाया गया कि इस घोटाले में 19 कर्मचारी शामिल थे. इसमें से 16 कर्मचारी को बर्खास्त किया है और 3 कर्मचारी को रिसोर्स मैनेजमेंट यूनिट से हटा दिया गया है.
कंपनी ने लिया बड़ा फैसला
टीसीएस ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए कुछ वेंडरों पर भी कार्रवाई की है. कंपनी ने दोषी पाए गये 6 वेंडरों और उनके साथ जुड़े लोगों के बिजनेस को भी प्रतिबंध कर दिया. जब कंपनी ने घोटले को लेकर जांच शुरू की थी तो कंपनी को पता चला कि इन वेंडरों और कंपनी के कुछ कर्मचारी मिलकर नोकरियों में धोखाधड़ी कर रहे थे. ऐसे में कंपनी ने तुरंत इन कर्मचारियों पर एक्शन लिया.
गुप्त रूप से की जांच
दरअसल, कंपनी को जब इस घोटाले का पता चला तो कंपनी ने 4 महीने पहले इस घोटाले को लेकर जांच शुरू कर दी थी. कंपनी ने इस जांच को गुप्त रूप से किया. इस जांच के बारे में प्रमुख मैनेजर को भी पता नहीं चला. इस मामले के बाद, कंपनी ने बताया कि वह अपने कॉरपोरेट गवर्नेंस को बेहतर बनाने के लिए काम करेगी. कंपनी का कहा है कि इस तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए रिसोर्स मैनेजमेंट टीम में कोनियमित बदलने और सप्लायर मैनेजमेंट में एनालिटिक्स को बेहतर बनाने की कोशिश करनी होगी. कंपनी ने यह भी कहा कि यह घोटला कंपनी के साथ नहीं हुआ है और ना ही कंपनी को किसी भी प्रकार की कोई वित्तीय देनदारी देनी होगी.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि कंपनी को जॉब फ्रॉड का मामला जून 2023 में पता चला. इसके बाद कंपनी ने इसकी जांच शुरू की. उस समय कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर के कृतिवासन थे, जिन्होंने सख्ती से इस पर एक्शन लिया.