टाटा मोटर्स के कॉमर्शियल व्हीकल्स खरीदारों को अब पहले के मुकाबले ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे. Tata Motors ने गुरुवार को कहा कि 1 अप्रैल 2024 से यह अपने कॉमर्शियल व्ळीकल्स की कीमतों में 2 प्रतिशत तक का इजाफा करने जा रही है. कंपनी ने बताया कि कीमतों में यह बढ़ोतरी इनपुट कॉस्ट बढ़ने के कारण की गई है.
Tata Motors के कॉमर्शियल व्हीकल्स की कीमतों में होने वाली यह बढ़ोतरी विभिन्न मॉडल्स और वैरिएंट्स के लिए अलग-अलग होगा. हालांकि, दाम में बढ़ोतरी हर तरह के कॉमर्शियल व्हीकल्स के लिए की जाएगी. टाटा मोटर्स ट्रक, बस सहित कॉमर्शियल व्हीकल्स की एक बड़ी मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी है.
सोमवार को टाटा मोटर्स के बोर्ड ने कंपनी के बिजनेस को दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों यानी कॉमर्शियल व्हीकल्स और पैसेंजर व्हीकल्स कारोबार में बांटने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. वाहन कारोबार के ग्रोथ में तेजी लाने के मकसद से कंपनी ने यह फैसला लिया. कंपनी की ओर से शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा गया कि डीमर्जर से कॉर्शियल व्हीकल्स और पैसेंजर व्हीकल्स कारोबार से जुड़ी रणनीतियों को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त होंगे. डिमर्जर के बाद एक इकाई में कॉमर्शियल व्हीकल बिजनेस और उससे संबंधित निवेश होंगे.
दूसरे यूनिट में पैसेंजर व्हीकल्स, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, जगुआर, लैंड रोवर सहित यात्री वाहन व्यवसाय और इससे संबंधित निवेश रहेंगे. कंपनी ने कहा कि एनसीएलटी व्यवस्था योजना के माध्यम से डिमर्जर को लागू किया जाएगा. टाटा मोटर्स के सभी शेयरधारकों के पास दोनों लिस्टेड कंपनियों में समान हिस्सेदारी बनी रहेगी. मतलब यह है कि जिन निवेशकों के पास टाटा मोटर्स के शेयर हैं उन्हें दोनों लिस्टेड कंपनियों के शेयर बराबर मात्रा में मिलेंगे. जानकारी के मुताबिक डीमर्जर को मंजूरी मिलने में 12-15 महीने का समय और लग सकता है.