विप्रो से क्यों दूर रहने की सलाह दे रहे एक्सपर्ट?

चौथी तिमाही में कंपनी के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे हैं. इस दौरान कंपनी का मुनाफा 3,087.30 करोड़ से घटकर 3,074. 50 करोड़ रुपए रहा. सालाना आधार पर इसमें 0.4 फीसद की कमी आई.

विप्रो से क्यों दूर रहने की सलाह दे रहे एक्सपर्ट?

कंपनी का शेयर शुक्रवार को 380 से 388 के दायरे में रहा. (Photo Credit: TV9 Bharatvarsh)

कंपनी का शेयर शुक्रवार को 380 से 388 के दायरे में रहा. (Photo Credit: TV9 Bharatvarsh)

देश की दिग्गज आईटी कंपनी टीसीएस और इंफोसिस के खराब वित्तीय नतीजों के बाद निवेशकों की नजर विप्रो पर थी. लेकिन विप्रो के नतीजे भी बाजार की उम्मीद के अनुरूप नहीं रहे. देश की चौथी सबसे बड़ी IT कंपनी विप्रो (Wipro) ने गुरुवार शाम को तिमाही नतीजों के साथ बायबैक की भी घोषणा की है. एक तरफ कंपनी बड़े पैमाने पर बायबैक कर रही है दूसरी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है. मार्केट एक्सपर्ट मौजूदा स्तर पर विप्रो के शेयर में निवेश न करने की सलाह दे रहे हैं.
चौथी तिमाही में कंपनी के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे हैं. इस दौरान कंपनी का मुनाफा 3,087.30 करोड़ से घटकर 3,074. 50 करोड़ रुपए रहा. सालाना आधार पर इसमें 0.4 फीसद की कमी आई. इस दौरान आय 11.7 फीसद बढ़कर 23,190.30 करोड़ रुपए पर पहुंच गई. जबकि डॉलर आय ग्रोथ 0.7 फीसद रही. कामकाजी मुनाफा यानी EBIT 0.9 फीसदी बढ़कर 3,658 करोड़ रुपए रहा और मार्जिन 15.6% से बढ़कर 15.8% पर रहे हैं. पर प्रीमियम पर बायबैक की घोषणा से शेयर 3 फीसदी से ज्यादा उछला है.

टेंडर रूट के जरिए होगा बायबैक
कंपनी का शेयर शुक्रवार को 380 से 388 के दायरे में रहा. कारोबार के अंत में यह करीब तीन फीसद की तेजी के साथ 385.15 रुपए पर बंद हुआ. बायबैक की घोषणा के बाद कंपनी के शेयर में तेजी का रुख रहा. कंपनी 445 रुपए प्रति शेयर के भाव पर होने वाले इस बायबैक पर कंपनी 12,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी. यह बायबैक टेंडर रूट के जरिए होगा और बायबैक का प्राइस गुरुवार की क्लोजिंग से करीब 19 फीसद के प्रीमियम पर है. इससे पहले जनवरी 2021 में विप्रो ने 9,500 करोड़ रुपए के शेयर बायबैक की प्रक्रिया पूरी की थी. कंपनी ने 1.7 अरब डॉलर का अपना अब तक का सबसे बड़ा बायबैक 2019 में पूरा किया था. 2016 में कंपनी ने 2,500 करोड़ रुपए का और 2017 में 11,000 करोड़ रुपए का बायबैक पूरा किया था. पिछले 8 साल में कंपनी ने 45,000 करोड़ रुपए का बॉयबैक किया.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

ब्रोकिंग फर्म शेयर इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. रवि सिंह कहते हैं कि आईटी सेक्टर का खराब दौर पर खत्म नहीं हुआ है. मौजूदा परिदृश्य में विप्रो के शेयर में खरीदारी के लिए यह सही समय नहीं है. उनका मानना है कि इंफोसिस और टीसीएस के शेयर विप्रो से बेहतर विकल्प हैं. वहीं Incred के वाइस प्रेसिडेंट गौरव बिस्सा भी अभी विप्रो में खरीदारी न करने की सलाह दे रहे हैं. उनका मानना है कि इस स्टॉक में अभी गिरावट आ सकती है.

Published - April 28, 2023, 06:00 IST