फ्रांसीसी वित्तीय सेवा कंपनी बीएनपी पारिबा ने अपनी खुदरा ब्रोकिंग इकाई शेयरखान को बेच दिया है. शेयर खान को 3,000 करोड़ रुपये में दक्षिण कोरिया के मिराए एसेट फाइनेंशियल ग्रुप को बेचा गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सौदे पर पहले ही साइन किए जा चुके हैं. जल्द ही इसे कोरियाई स्टॉक एक्सचेंज में दाखिल किया जाएगा.
अंग्रेजी अखबार द इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक बीएनपी पारिबा मुख्य रूप से बैंकिंग व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है. इससे पहले ये म्यूचुअल फंड और धन प्रबंधन व्यवसायों से बाहर निकल चुका है.
बीएनपी पारिबा ने 2,100 करोड़ रुपये में सिटी वेंचर कैपिटल इंटरनेशनल (सीवीसीआई), बैरिंग एशिया प्राइवेट इक्विटी और समारा कैपिटल सहित निजी इक्विटी फर्मों के एक समूह से शेयरखान का अधिग्रहण किया था.
शेयरखान को 2000 में श्रीपाल मोराखिया ने स्थापित किया था. यह भारत में ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करने वाले शुरुआती में से एक थे. वर्तमान में इसका ग्राहक आधार 29 लाख है, और 4000 से अधिक व्यावसायिक भागीदार हैं.
ब्रोकिंग इकाई, जिसने पिछले कुछ वर्षों में कुछ हाथ बदले हैं, में 10 नवंबर तक 4,800 कर्मचारी, 4,000 से अधिक आउटलेट और 83,000 करोड़ रुपये की ग्राहक संपत्ति है.
बीएनपी परिबास ग्रुप का गठन भी 2000 में परिबास इन्वेस्टमेंट बैंक और फ्रांस के दिग्गज बैंक, बीएनपी (बांके नेशनेल डी पेरिस) के विलय के बाद किया गया था. वैश्विक स्तर पर बीएनपी का एयूएम 565 अरब डॉलर है और भारत में इसकी 22 शाखाएं हैं, जिनका एयूएम 1.5 लाख करोड़ रुपए है.