RIL Tax: मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने वित्त वर्ष 2023-24 में कुल 1,86,440 करोड़ का टैक्स (RIL Tax) सरकार के खजाने (Exchequer) में जमा किया है. यह पिछले साल के मुकाबले 9 हजार करोड़ रुपये से अधिक है. साथ ही यह सरकार के वित्त वर्ष 2024-25 के 48.21 लाख करोड़ का 3.86 फीसदी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा जमा कराया गया टैक्स वित्त वर्ष 2024-25 के कृषि बजट ( Planned spending for Agriculture Budgeted) 1.52 लाख करोड़ की तुलना में भी ज्यादा है. कंपनी की सालाना वार्षिक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.
वित्त वर्ष 2023-24 में 20 लाख करोड़ के बाजार पूंजीकरण (Market Cap) का आंकड़ा पार करने वाली रिलायंस भारत की पहली कंपनी बन गई है. कोई दूसरी कंपनी यह आंकड़ा अभी तक नहीं छू पाई है. पिछले वित्त वर्ष की तुलना में यह 27 फीसदी का उछाल है. बाजार पूंजीकरण के मामले में रिलायंस दुनिया की 48 वीं कंपनी है. वहीं कंसोलिडेटेड रेवेन्यू में भी रिलायंस ने 10 लाख करोड़ के मुकाम को पार कर लिया है.
पिछले वित्त वर्ष में रिलायंस ने करीब 3 लाख करोड़ रूपये का निर्यात किया. निर्यात ही नहीं देश में पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण में भी रिलायंस निजी क्षेत्र के सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक है. सालाना रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1 लाख 35 हजार करोड़ से अधिक का निवेश किया.
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने वार्षिक रिपोर्ट में कहा, पिछले दशक में वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में भारत का महत्व कई गुना बढ़ गया है. अस्थिरता और अनिश्चितता की इस दुनिया में, भारत स्थिरता और समृद्धि के प्रतीक के रूप में चमक रहा है. सभी क्षेत्रों में मजबूत विकास 140 करोड़ भारतीयों के सामूहिक प्रयास का नतीजा है.
रिलायंस ने सोशल रिस्पांसिबिलिटी की मद में कुल 1,592 करोड़ रुपये खर्च किए. इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले यह 300 करोड़ अधिक है. रिलायंस मुनाफा कमाने के मामले में भी आगे रही. वित्त वर्ष 2023-24 में टैक्स के बाद लाभ (PAT) 79 हजार करोड़ से अधिक रहा. यह पिछले वित्त वर्ष से 7.3 फीसदी अधिक रहा पिछले बार यह 73 हजार 670 करोड़ था.