रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) कृषि अपशिष्ट को गैस में बदलने के लिए अगले पांच साल में 100 सीबीजी (कंप्रेस्ड बायोगैस) संयंत्र स्थापित करेगी. कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सोमवार को यह घोषणा की. कंपनी की सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए अंबानी ने कहा कि जामनगर में दो ‘डेमो’ इकाइयां स्थापित करने के बाद रिलायंस ने उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में पहला वाणिज्यिक स्तर का सीबीजी संयंत्र रिकॉर्ड 10 माह में चालू कर दिया है.
अंबानी ने कहा कि हम देश भर में इस संख्या को तेजी से बढ़ाकर 25 करेंगे. हमारा लक्ष्य अगले पांच साल में 100 सीबीजी संयंत्र स्थापित करने का है. इन संयंत्रों में 55 लाख टन कृषि अवशिष्ट और जैविक कचरे की खपत होगी और इससे कॉर्बन उत्सर्जन में करीब 20 लाख टन की कमी लाई जा सकेगी. इनके जरिये सालाना 25 लाख टन जैविक खाद का उत्पादन होगा.
अंबानी ने कहा कि इन संयंत्रों की स्थापना से सालाना 70 लाख टन तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयात में कमी लाई जा सकेगी. बता दें कि मुकेश अंबानी की पुत्री ईशा और पुत्र आकाश तथा अनंत को रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल में नियुक्त किया गया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक सालाना आमसभा (एजीएम) से पहले हुई, इसमें ईशा, आकाश और अनंत को गैर-कार्यकरी निदेशक नियुक्त करने की मंजूरी दी गयी.