एडटेक कंपनी Byju’s की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. Byju’s और उसके पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न से जुड़ी तीन बड़ी खबरें हैं. पहली- Byju’s के पुराने कर्मचारी कंपनी को NCLT में खींचने की तैयारी कर रहे हैं. दूसरा- वेंडर्स का बकाया नहीं चुकाने पर Byju’s को तीन नोटिस जारी हुए हैं. और तीसरी सबसे बड़ी खबर है कि अमेरिका की एक अदालत ने Byju’s के फाउंडर बायजू रविंद्रन के भाई रिजू रविंद्रन को अवमानना का दोषी पाया है.
Byju’s एक साथ कई मोर्चों पर दिक्कतों का सामना कर रहा है. इसमें नकदी का संकट, फाइनेंशियल रिपोर्टिंग में देरी, और ऋणदाताओं और निवेशकों के साथ कानूनी विवाद शामिल हैं. अब कर्मचारियों का एकजुट होकर Byju’s के खिलाफ लड़ने की बड़ी तैयारी और अमेरिकी अदालत की तरफ से की गई इस कार्रवाई ने Byju’s की दिक्कतें और बढ़ा दी हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Byju’s के 2000 असंतुष्ट पुराने कर्मचारियों ने अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए हाथ मिलाया है. इनमें नई दिल्ली समेत देश के विभिन्न हिस्सों के कर्मचारी शामिल हैं. अपने बकाए के भुगतान के लिए अगले हफ्ते अपने पुराने एम्प्लॉयर यानी Byju’s को NCLT यानी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ले जाने की तैयारी कर रहे हैं.
बायजू को अमेरिकी अदालत ने बड़ा झटका दिया है. कंपनी के फाउंडर बायजू रविंद्रन के भाई रिजू रविंद्रन को अमेरिकी अदालत के निर्देशों का पालन नहीं करने पर अवमानना का दोषी पाया गया है. रिजू को कोर्ट ने Byju’s की अमेरिकी सहायक कंपनी Byju’s अल्फा को टर्म लोन के हिस्से के रूप में मिले 533 मिलियन डॉलर का खुलासा करने का निर्देश दिया था. विदेशी ऋणदाताओं की ओर से जारी बयान के मुताबिक, डेलावेयर की United States Bankruptcy Court के जज जॉन डोरसी ने कहा कि रविंद्रन की गवाही में ‘विश्वसीयता की कमी’ की. बाद में उन्हें टर्म लोन की रकम कहां रखी है इसका खुलासा नहीं करने या उस जगह का पता लगाने में नाकाम रहने पर अवमानना का दोषी पाया गया. आगे की सुनवाई में जर्माने की रकम तय की जाएगी. 533 मिलियन डॉलर की रकम बायजू अल्फा के 1.2 अरब डॉलर के टर्म लोन का हिस्सा है.
वहीं, दूसरी ओर, NCLT ने ऑपरेशनल क्रेडिट़र्स को बकाया पैसा नहीं चुकाने पर तीन मामलों में Byju’s की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस जारी किए हैं. NCLT बेंच ने बायजू को जवाब देने के लिए दो हफ्ते का समय दिया और याचिकाकर्ता को रिजॉइंडर यानी प्रत्युत्तर दाखिल करने के लिए एक सप्ताह का वक्त दिया. याचिकाओं में दावा किया गया है कि बायजू पर McGraw Hill (मैकग्रा हिल) का 1.43 करोड़ और Cogent (कॉजेंट) का लगभग 6 करोड़ रुपए बकाया है.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।