बैंकों के कर्ज और केवाईसी नियमों पर रिजर्व बैंक की सख्ती के बीच देश के प्रमुख निजी बैंकों ने मार्च तिमाही के नतीजे घोषित किए. इसमें ICICI, IDFC, RBL, Yes बैंक शामिल हैं. सिर्फ आईडीएफसी बैंक को छोड़ दें तो अन्य बैंकों ने मुनाफे में बढ़त दर्ज की है. शेयर बाजार में लिस्टेड इन सभी बैंकों के तिमाही नतीजों का असर सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी में दिखाई दे सकता है.
ICICI बैंक
सबसे पहले निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक की बात कर लेते हैं. बैंक ने शनिवार को तिमाही नतीजे घोषित किए हैं. का नेट प्रॉफिट बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही यानि जनवरी-मार्च 2024 में 18.5 प्रतिशत बढ़ गया और 11,672 करोड़ रुपये रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार बैंक के लाभ में इतनी वृद्धि कम प्रोविजनिंग के कारण देखने को मिली है. वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 9,853 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी ने शनिवार को सूचना में कहा कि मार्च तिमाही में 17.4 प्रतिशत वृद्धि के साथ 10,708 करोड़ रुपये रहा था. जबकि मार्च, 2023 तिमाही में यह 9,122 करोड़ रुपये था. कंपनी की मूल शुद्ध ब्याज आमदनी 8.1 प्रतिशत बढ़कर 19,093 करोड़ रुपये रही. इसमें कर्ज में 16.8 प्रतिशत वृद्धि और शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.90 प्रतिशत से घटकर 4.40 प्रतिशत रह गया.
IDFC फर्स्ट बैंक
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 10 प्रतिशत घटकर 724 करोड़ रुपये रह गया. कंपनी ने शनिवार को बताया कि प्रावधानों में भारी उछाल से मुनाफा घटा है. वित्त वर्ष 2022-23 की इसी समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 803 करोड़ रुपये रहा था. आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मार्च तिमाही में उसकी कुल आमदनी बढ़कर 9,861 करोड़ रुपये हो गई, जो 2022-23 की समान तिमाही में 7,822 करोड़ रुपये थी. कंपनी की ब्याज आमदनी मार्च तिमाही में बढ़कर 8,219 करोड़ रुपये हो गई, जो मार्च, 2023 तिमाही में 6,424 करोड़ रुपये थी.
RBL बैंक
निजी क्षेत्र के आरबीएल बैंक का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 30 प्रतिशत उछाल के साथ 353 करोड़ रुपये रहा है. बैंक ने शनिवार को बताया कि उसके मुनाफे में यह उछाल गैर-ब्याज आमदनी बढ़ने से हुआ. वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 271 करोड़ रुपये रहा था. बैंक की मूल ब्याज आय 18 प्रतिशत बढ़कर 1,600 करोड़ रुपये हो गई, इसमें कर्ज वितरण में 20 प्रतिशत वृद्धि हुई. मार्च तिमाही में बैंक की अन्य आमदनी 30 प्रतिशत बढ़कर 875 करोड़ रुपये रही.
यस बैंक
यस बैंक ने शनिवार को बताया कि बीते वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में उसका एकल शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 452 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. बैंक ने बताया कि फंसे कर्ज के लिए प्रावधान में कमी के चलते उसका लाभ बढ़ा. वित्त वर्ष 2022-23 की इसी तिमाही में बैंक ने 202.43 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था. निजी क्षेत्र के बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1,251 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 74 प्रतिशत अधिक है. वित्त वर्ष 2023-24 की मार्च तिमाही में, मुख्य शुद्ध ब्याज आय में मात्र 2.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 2,153 करोड़ रुपये रही.
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