Byju’s को क्यों पड़ी सलाहकारों की जरूरत?

कॉर्पोरेट गवर्नेंस को लेकर उठे सवालों के बीच बायजूज ने लिया ये बड़ा फैसला

Byju’s को क्यों पड़ी सलाहकारों की जरूरत?

एडटेक कंपनी बायजूज (BYJU’S) कॉर्पोरेट गवर्नेंस को लेकर सुर्खियों में है. इस बीच कंपनी ने फैसला किया है कि कंपनी के सीईओ को सलाह देने के लिए एक बोर्ड एडवायजरी कमेटी (BAC) का गठन किया जाएगा. यह कमेटी कंपनी के सीईओ को गवर्नेंस और बोर्ड के मुद्दों पर सलाह देगी. बता दें कि कंपनी के मौजूदा हालात पर चर्चा करने के लिए 4 जुलाई को शेयरधारकों की एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) बुलाई गई थी. कंपनी के 3 प्रमुख डायरेक्टर और ऑडिटर के इस्तीफे के बाद इस बैठक को बुलाई गई थी. बैठक में कंपनी के फाउंडर और चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) बायजू रविंद्रन ने शेयरधारकों से कहा है कि बोर्ड एडवायजरी कमेटी एक वर्किंग ग्रुप के रूप में काम करेगी. साथ ही इस कमेटी में कॉर्पोरेट सेक्टर में अनुभव रखने वाले स्वतंत्र डायरेक्टर्स को शामिल किया जाएगा.

बायजू रविंद्रन ने दी सफाई
इस बीच कंपनी के दो निवेशकों ने मीडिया में आई उन खबरों का खंडन किया है कि जिसमें कहा गया था कि शेयरहोल्डर्स ने बायजू रविंद्रन को कंपनी से बाहर करने की मांग उठाई थी. डीएसटी (DST) ग्लोबल के मैनेजिंग पार्टनर सौरभ गुप्ता ने इस बात की पुष्टि की है कि ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग में चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर को बदलने को लेकर कोई भी चर्चा नहीं हुई थी और यह मुद्दा सामने आया ही नहीं था और न ही बैठक के एजेंडे में शामिल था.

दरअसल, मीडिया में यह खबर आई थी कि शेयरधारक बायजू रविंद्रन को कंपनी से बाहर करने की मांग कर रहे हैं. साथ ही कंपनी के कुछ निवेशकों की ओर से बायजू रविंद्रन की जगह नए अंतरिम सीईओ को अप्वाइंट किए जाने की मांग की खबर भी सामने आई थी.

बता दें कि 2015 के बाद से बायजूज के प्रमोटर्स के द्वारा 40 सेकेंडरी ट्रांजैक्शन के जरिए 408.53 मिलियन डॉलर के शेयर्स की बिक्री की गई है. बायजूज में 2016 के बाद से प्रमोटर्स की हिस्सेदारी में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. प्रमोटर्स की हिस्सेदारी वर्ष 2015-16 के बाद से कंपनी में 71.6 फीसद से घटकर 21.2 फीसद पर आ चुकी है.

Published - July 8, 2023, 10:00 IST