दुनिया के कई में कैब सर्विस उपलब्ध कराने वाली कंपनी ओला (Ola) अब अंतरराष्ट्रीय बाजारों से अपना कारोबार समेटने जा रही है. यानी अब ओला के कैब्स इन देशों में नहीं चलेंगे. ओला कैब्स इस महीने के अंत तक अपने सभी मौजूदा अंतरराष्ट्रीय बाजारों यानी यूके, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से बाहर निकलने की तैयारी कर रही है.
ग्राहकों को सूचित करना किया शुरू
ओला 12 अप्रैल 2024 से यूके, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में कैब सुविधा पूरी तरह से बंद करने जा रही है. कंपनी ऑस्ट्रेलिया में परिचालन बंद करने को लेकर ग्राहकों को सूचनाएं भेजना शुरू कर चुकी है. कंपनी ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में कैब सर्विस देना शुरू किया था. इससे पहले जनवरी में, ओला कैब्स के मुख्य कार्यकारी हेमंत बख्शी ने कहा था कि कंपनी अब अपने ईवी सेगमेंट पर ध्यान देना चाहती है.
EVs पर रहेगा Ola का फोकस
इकॉनोमिक टाइम्स ने Ola के एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि आने वाला समय इलेक्ट्रिक व्हीकल (EVs) का है. पर्सनल उपयोग के लिए ही नहीं बल्कि कैब सर्विस और बिजनेस के लिए भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग बढ़ रही है. अधिकारी ने कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का भारत में पर्सनल उपयोग के साथ-साथ कैब सर्विस बिजनेस में अपार संभावनाएं हैं. इसलिए कंपनी ईवी के साथ भारत के बाजार पर फोकस करना चाहती है. कंपनी ने अपने प्रयोरिटीज की समीक्षा की है और विदेशी राइड-हेलिंग बिजनेस यानि विदेश में कैब सर्विस के मौजूदा कारोबार को बंद करने का फैसला लिया है. बाइक-टैक्सी सेवाएं देने वाली ओला के पास पहले से ही उसकी आईपीओ से जुड़ी सहयोगी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक के लगभग 8,000 इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार में हैं.
पूरी तरह से इलेक्ट्रीफायड होगी ओला
हेमंत बख्शी ने इस योजना की कोई समयसीमा नहीं बताई. हालांकि उन्होंने बताया कि कंपनी जल्द ही थ्री-व्हीलर और फोर-व्हीलर वाहनों को भी पूरी तरह से इलेक्ट्रीफायड किया जाएगा यानी ओला कैब्स में 100 फीसद ईवी गाड़ियों को शामिल किया जाएगा. बख्शी ने कहा, ओला कैब्स की मूल कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज (ANI Technologies) है. बख्शी ने बताया कि वित्त वर्ष 2023 में कंपनी एबिटा (earnings before interest, taxes, depreciation and amortisation ) के आधार पर फायदे में रही, जिससे 250 करोड़ रुपये की कमाई हुई, जबकि पिछले वित्त वर्ष में एबिटा स्तर पर 66 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.