MPC की बैठक के बाद RBI ने Paytm को लेकर दिया बड़ा बयान

पेटीएम ने लगातार आरबीआई के नियमों को अनदेखा किया और कोई सुधारात्मक कार्रवाई नहीं की.

MPC की बैठक के बाद RBI ने Paytm को लेकर दिया बड़ा बयान

MPC Meet: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने एमपीसी बैठक के फैसलों का एलान किया. बैठक के बाद पेटीएम पर की गई सख्ती को लेकर डिप्टी आरबीआई गवर्नर स्वामीनाथन ने कहा कि लगातार कम्पनी की तरफ से लगातार गैर-अनुपालन के बाद यह सख्त कार्रवाई की गई. उप गवर्नर का कहना है कि हम किसी भी बैंक या कंपनी पर कार्रवाई करने से पहले कंपनी को सुधारात्मक उपाय करने के लिए पर्याप्त समय देते हैं. लेकिन पेटीएम ने लगातार आरबीआई के नियमों को अनदेखा किया और कोई सुधारात्मक कार्रवाई नहीं की. उसके बाद नियामक ने यह कार्रवाई की. इसके ठीक बाद पेटीएम के शेयर में बड़ी गिरावट दिख रही है. इसके शेयर 49.60 रुपए या 9.99% फीसद की गिरावट के साथ 446.65 रुपए पर ट्रेड कर रहे हैं.

आरबीआई ने दिखाई सख्ती

गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 31 जनवरी 2024 को पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) पर सख्ती दिखाते हुए इस बैंक के ग्राहक खाते, प्रीपेड मोड, वॉलेट और फास्टैग को 29 फरवरी 2024 के बाद बैन करने का आदेश जारी कर दिया. इससे पहले आरबीआई लगातार पेटीएम को नियमों का पालन नहीं करने को लेकर आगाह करता रहा लेकिन पेटीएम बैंक ने कोई जवाब पेश नहीं किया. अंततः केंद्रीय बैंक ने पेटीएम बैंक के खिलाफ यह सख्त कार्रवाई की.

क्या हुई कार्रवाई?

फिलहाल आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक के लाइसेंस को रद्द नहीं किया है, सिर्फ पेटीएम पेमेंट बैंक की सेवाओं को रोका गया है. दरअसल, यह कार्रवाई पेटीएम पर नहीं हुई है बल्कि पटीएम पेमेंट बैंक पर हुई है. यानी पेटीएम पेमेंट बैंक के जरिए पेटीएम से जुड़े वॉलेट, फास्टैग, बैंक अकाउंट बंद होंगे.पेटीएम बाकी बैंको के साथ मिलकर यूपीआई सेवा चला सकता है लेकिन पेटीएम बैंक किसी तरह की कोई सर्विस नहीं दे सकता है. यानी अगर आपका मुख्य अकाउंट पेटीएम बैंक में है तो आप किसी भी सर्विस का उपयोग नहीं कर सकते हैं. लेकिन अगर आपने SBI, PNB, HDFC वगैरह दूसरे बैंक खाते को पेटीएम से जोड़ रखा है तो आपके यूपीआई का इस्तेमाल पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

क्यों हुई ये कार्रवाई ?

पेटीएम पर पहली जांच साल 2018 में हुई. जब आरबीआई ने कहा कि पेटीएम ने KYC नियमों को स्पष्ट रूप से नहीं रखा है लेकिन इसके बाद पेटीएम ने इसमें कोई सुधार नहीं की. इसके बाद, साल 2022 में रिजर्व बैंक ने पेटीएम के रवैये को देखते हुए नए ग्राहकों को जोड़ने पर बैन लगा दिया. आरबीआई के इस आदेश के बाद पेटीएम ने कहा कि वो इसमें सुधार करेगा लेकिन पेटीएम ने इसका कोई जवाब पेश नहीं किया. इसके बाद, 31 जनवरी 2024 को आरबीआई ने सख्त कार्रवाई करते हुए पेटीएम बैंक की सेवाओं को लगभग पूरी तरह रोक दिया. इसके अलावा, कंपनी की चीनी कंपनी से भागीदारी भी संदेहात्मक रही है. चीनी कंपनी एंट की अब भी पेटीएम में 9.85 की हिस्सेदारी है.

Published - February 8, 2024, 12:54 IST