टेलीकॉम डिवाइस की चोरी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसलिए दूरसंचार उद्योग संगठन COAI ने इन्हें खत्म करने के लिए सरकार से गुहार लगाई है. संगठन इन मामलों को रोकने के लिए सरकार से कहा है कि सरकार जहां इस तरह के चोरी किए हुए इक्विपमेंट्स बेचे जाने का संदेह हो ऐसे कुछ पॉपुलर ई-कॉमर्स वेबसाइट्स को बैन करे. सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) के सदस्यों में रिलायंस जियो (Jio), भारती एयरटेल (Airtel) और वोडाफोन आइडिया (Vi) जैसे बड़े ऑपरेटर्स शामिल हैं.
संगठन ने सरकार को लिखा पत्र
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल को एक पत्र लिखा कर यह गुहार लगाईं है. इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि टेलीकॉम इक्विपमेंट्स की चोरी पर रोक लगाना जरूरी है. अपने पत्र में संगठन ने कुछ बाहरी वेबसाइट्स को बैन करने का अनुरोध भी किया है. ये वो वेबसाइट हैं जिनमें इन इक्विपमेंट्स के बेचे जाने की बात कही गई है. COAI ने सरकार से कहा है कि इस तरह की चोरियों से ना केवल कंपनियों को, बल्कि ग्राहकों को भी नुकसान होता है. टेलीकॉम कंपनियों ने सरकार से कहा कि उन्हें चोरी हुए लोकेशन पर इक्विपमेंट्स को फिर से इंस्टॉल करने में बड़ा नुकसान हो रहा है.
पत्र में की गई इन बड़े वेबसाइट्स को बैन करने की गुहार
संगठन से दूरसंचार विभाग से इस पत्र के माध्यम से कुछ विदेशी वेबसाइटों को तुरंत ब्लॉक करने का आग्रह किया है. इनमें Alibaba, eBay, Seeker816, dorfatrade और Telefly जैसे बड़े नाम शामिल हैं. इन वेबसाइट्स की भारत के बाजारों में मजबूत पकड़ है. इस पत्र में संगठन ने कथित तौर पर दावा किया गया है कि ये वेबसाइट्स उन एक्टिव इक्विपमेंट्स को बेच रही हैं, जिन्हें एयरटेल, जियो और वीआई के नेटवर्क से चुराए जाने का संदेह है. यानी इन वेबस्तिएस से कंपनियों को बड़ा लॉस झेलना पड़ रहा है. इस पत्र में COAI ने लिखा, ‘यह महत्वपूर्ण है कि इन वेबसाइटों को तुरंत ब्लॉक कर दिया जाए.’ चुराए गए इक्विपमेंट्स में RRU (रिमोट रेडियो यूनिट) और BBU (बेसबैंड यूनिट) मुख्य डिवाइसेज हैं. संगठन ने विभाग से टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा के लिए राज्यों को पुलिस प्रोटेक्शन भी मांगी है.