संकट से जूझ रही जेपी ग्रुप की कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) ने मूलधन व ब्याज राशि सहित 4,616 करोड़ रुपये के लोन का पेमेंट नहीं किया है. जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बताया कि कंपनी ने 30 अप्रैल को 1,751 करोड़ रुपये की मूल राशि और 2,865 करोड़ रुपये के ब्याज के भुगतान में डिफॉल्ट किया है.
जेएएल ने कहा है कि कंपनी का कुल उधार (ब्याज सहित) 29,805 करोड़ रुपये है, जिसे 2037 तक चुकाया जाना है. इसमें से 30 अप्रैल 2024 तक 4,616 करोड़ रुपये बकाया था. ये कर्ज अलग-अलग बैंकों से लिया गया है.
कंपनी ने कहा कि 29,805 करोड़ रुपये की कुल उधारी में से 18,955 करोड़ रुपये प्रस्तावित स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) को ट्रांसफर किए जाएंगे.
इसके लिए स्कीम ऑफ अरेंजमेंट को हितधारकों की मंजूरी मिल गई है, हालांकि अभी इसे राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (NCLT) की मंजूरी नहीं मिली है. कंपनी ने कहा है कि हर स्थिति में पूरा लोन रिस्ट्रक्चर किया जाएगा.
जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड ने कहा है कि एक जिम्मेदार बॉरोअर के तौर पर कंपनी कर्ज की रकम को कम करने के लिए ठोस कदम उठा रही है. सीमेंट व्यवसाय के प्रस्तावित विनिवेश और विचाराधीन पुनर्गठन के बाद, रिवाइज्ड रीस्ट्रक्चरिंग योजना के कार्यान्वयन पर उधारी लगभग जीरो हो जाएगी.
इसके अलावा, कंपनी ने बताया कि आईसीआईसीआई बैंक ने कंपनी के खिलाफ दिवाला व दिवालियापन संहिता (आईबीसी) 2016 की धारा 7 के तहत आरबीआई के निर्देश पर एनसीएलटी इलाहाबाद का रुख किया. कंपनी ने इस कदम का विरोध किया है.