कैलेंडर ईयर 2023 की पहली छमाही में भले ही आईपीओ (IPO) के बाजार में ज्यादा हलचल ना दिखी हो, दूसरी छमाही में तस्वीर बदल सकती है. आपको आईपीओ में कमाई का पूरा मौका मिल सकता है. सेबी (SEBI) ने 40 कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. प्राइमइंफोबेस (Primeinfobase) के पास मौजूद डेटा की माने तो दूसरी छमाही (जून–दिसंबर 2023) में 50,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के आईपीओ आने वाले हैं.
इसके अलावा 30 और कंपनियों के आवेदन सेबी के पास पेंडिंग हैं. इन कंपनियों का आईपीओ 42,479 करोड़ रुपए का होने की उम्मीद है.
फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी Ebixcash अपना आईपीओ लाने वाली है जो अपने आईपीओ के जरिए 6,000 करोड़ रुपए जुटा सकती है. शेयर बाजार में बनी हुई तेजी को देखते हुए आने वाले 2-3 महीनों में कई कंपनियों का आईपीओ आ सकता है.
पहली छमाही में धीमा रहा मामला
इस साल की पहली छमाही में केवल नौ कंपनियों के आईपीओ आए जिनके जरिए कुल 11,600 करोड़ रुपए जुटाए गए. ये पिछले साल इसी अवधि में जुटाई गई राशि का करीब एक चौथाई है. 2022 में इसी अवधि में आईपीओ के जरिए कुल 42,091 करोड़ रुपए जुटाए गए थे.
दूसरी छमाही में क्या होगी स्थिति?
दूसरी छमाही में जिन कंपनियों के आईपीओ लाने की तैयारी हो रही है उनमें टाटा ग्रुप की दो कंपनियां शामिल हैं. टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) अपने आईपीओ से 4,000 करोड़ रुपए तो टाटा प्ले (Tata Play) 2,500 करोड़ रुपए जुटाने की उम्मीद कर रही है.
इसके अलावा सोलर पावर कंपनी विक्रम सोलर (Vikram Solar), इंश्योरेंस कंपनी इंडियाफर्स्ट लाइफ (Indiafirst Life), दवा कंपनी ब्लू जेट हेल्थकेयर (Blue Jet Healthcare) सहित अन्य कंपनियां अपना आईपीओ लाने वाली हैं.
इनके अलावा जो कंपनियां अपने आईपीओ को मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही हैं, उनमें लॉजिस्टिक्स कंपनी टीवीएस सप्लाई चेन (TVS Supply Chain), इंश्योरेंस कंपनी गो डिजिट (Go Digit), पोर्ट ऑपरेटर कंपनी जेएसडब्ल्यू इंफ्रा (JSW Infra) जैसे नाम शामिल हैं.