IT सेक्टर पर वैश्विक मंदी के बादल! 25 सालों में पहली बार गिरी कर्मचारियों की संख्या

कर्मचारियों की संख्या में कमी की प्रमुख वजह अमेरिका और यूरोप से आई मांग में कमी बताई जा रही है

IT सेक्टर पर वैश्विक मंदी के बादल! 25 सालों में पहली बार गिरी कर्मचारियों की संख्या

Headcount OF IT Companies Fall First Time In 25 Years: दुनिया भर में देश की छवि बदलने वाली आईटी कंपनियों में कोरोना महामारी के बाद से ही मंदी छाई हुई है. 25 साल में पहली बार टॉप कंपनियों के कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है जो करीब 20 लाख इंजीनियर्स को रोजगार देती है. कर्मचारियों की संख्या में कमी की प्रमुख वजह अमेरिका और यूरोप से आई मांग में कमी बताई जा रही है. इन देशों में आईटी कंपनियों के कस्टमर ने अपने खर्च में कटौती कर दी है नतीजा, कर्मचारियों की मांग घट गई है.

25 साल में सबसे बड़ी मंदी 

मिंट की खबर के अनुसार, भारत की टॉप 10 सॉफ्टवेयर सेवा कंपनियों में से नौ में कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है, और उसका असर नई भर्तियों पर दिख रहा है. बड़ी संख्या में लोग वैकेंसी के इंतजार में हैं. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS), इंफोसिस लिमिटेड, एलटीआई माइंडट्री लिमिटेड और पर्सिस्टेंट सिस्टम्स जैसी कुल 10 सबसे बड़ी कंपनियों के कर्मचारियों की संख्या सितंबर के अंत में घटकर 2.06 मिलियन रह गई है. जबकि वित्त वर्ष की शुरुआत में यह 2.11 मिलियन थी. 50 हजार से ज्यादा नौकरियां कम हो गईं. कर्मचारियों की संख्या में 51,744 कमी आई है.

नई भर्तियों पर भी असर 

आईटी में मंदी का असर अब नई भर्तियों पर भी दिख रहा है. मांग की किमी होने से विदेशों में भर्तियाँ लगभग रुकी सी हैं. बीते दिनों दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस ने कैंपस हायरिंग पर ब्रेक लगा दिया है, जबकि आईटी कंपनियां इंजीनियरिंग ग्रैजुएट को हर साल लाखों की संख्या में भर्ती करती हैं. ऐसे में नए बच्चों के लिए नौकरी में कैंपस के माध्यम से भर्ती भी रुक गई है. हर साल भारत में करीब 15 लाख इंजीनियरिंग ग्रैजुएट निकलते हैं, जिनमें से 20-25 फीसदी नियुक्तियां आईटी कंपनियां करती हैं. अब अमेरिका में मंदी की आशंकाओं के बीच इस नए लोगों की मांग कम होने से ये भर्तियां कम हो गई हैं. दरअसल, कंपनियां अब नए लोगों को काम पर रखने में कटौती करने की योजना बना रही हैं. आई स्टाफिंग फर्म एक्सफेनो की रिपोर्ट के अनुसार, टॉप आईटी सर्विस कंपनियां वित्तीय वर्ष 2024 के दौरान 50,000 से 100,000 कर्मचारियों को नियुक्त कर सकती है, जो पिछले वर्ष से 250,000 से अधिक की भर्ती से बड़ी गिरावट होगी. यानी अगले साल भी आईटी सेक्टर में रोजगार एक बड़ी चुनौती बन कर उभरेगी.

Published - October 30, 2023, 04:55 IST