टेलीकॉम कंपनी वोडा आइडिया (Voda Idea) को देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) से बड़ी मदद मिली है. बैंक ने वित्तीय दबावों से जूझ रही कंपनी वोडा आइडिया को लाइसेंस फीस भरने और 5जी स्पेक्ट्रम के भुगतान से जुड़ी देनदारियों को पूरा करने के लिए 2 हजार करोड़ रुपये का लोन दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एचडीएफसी बैंक ने यह लोन दो साल के लिए सितंबर के मध्य में टेलीकॉम कंपनी को दे दिया गया था. कंपनी पहले ही वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2023 के लिए लाइसेंस फी के रूप में 350 करोड़ रुपये से अधिक और स्पेक्ट्रम यूजेज चार्जेज (SUC) के लिए लगभग 1,700 करोड़ रुपए का भुगतान कर चुकी है. कंपनी अब इक्विटी फंडिंग के लिए निवेशकों से बातचीत कर रही है, ताकि दिसंबर तक कंपनी में इक्विटी निवेश हो सके. यह लोन कंपनी की कुछ लोन और स्टैटुअरी पेमेंट कमिटेमेंट की डेडलाइन से ठीक पहले मिला था.
30 जून 2023 तक के डेटा के अनुसार, वोडा आइडिया पर 2.11 लाख करोड़ रुपये का ग्रॉस कर्ज है. कंपनी 2022-23 की दूसरी तिमाही तक सभी स्टैटुअरी ड्यू का भुगतान कर दिया है. अब कंपनी पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही अक्टूबर-दिसंबर 2022 की लाइसेंस फीस और स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज (SUC) के बकाए को तेजी से चुकता कर रही है. इस बीच यह मदद कंपनी के लिए बड़ा सपोर्ट है.
नकदी संकट से जूझ रही टेलीकॉम कंपनी वोडा आइडिया की एक प्रमोटर ग्रुप कंपनी ने कंपनी को 2 हजार करोड़ रुपये का भरोसा दिलाया है. प्रमोटर ग्रुप कंपनी ने वोडा आइडिया से कहा कि अगर पेमेंट के भुगतान के लिए कंपनी को वित्तीय सहारे की जरूरत पड़ेगी तो यह 2000 करोड़ रुपये की मदद के लिए तैयार है. टेलीकॉम कंपनी वोडा आइडिया ने 14 अगस्त को एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी थी. कंपनी के सीईओ अक्षय मूंदड़ा ने कहा था कि प्रमोटर्स 2 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश के लिए तैयार हैं. यह निवेश बाहरी निवेश के अतिरिक्त होगा और इससे मार्च के आखिरी तक स्पेक्ट्रम बकाए को खत्म करने में मदद मिलेगी. इक्विटी निवेश को लेकर बातचीत पर उन्होंने कहा कि यह इसी तिमाही में पूरी हो जाएगी.