नमकीन और स्नैक्स बनाने वाली भारतीय कंपनी हल्दीराम ने 1 अरब डॉलर से अधिक की बिक्री कर दुनिया को हैरान कर दिया. कंपनी ने मार्केट लीडर पेप्सी फूड को भी पीछे छोड़ दिया है. नमकीन और मिठाई बनाने वाली कंपनी हल्दीराम के लिए लगातार फायदे का सौदा बना हुआ है. हल्दीराम 5 साल पहले ही देश की सबसे बड़ी नमकीन कंपनी बन गई थी. और अब उसकी सेल की चर्चा सुर्खिया बटोर रही हैं.
रिसर्च फर्म नीलसन के आंकड़े बताते हैं कि मार्च में खत्म हुए वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान हल्दीराम ने 9215 करोड़ की नमकीन बेची है. डॉलर में बात करें तो 1.1 अरब डॉलर की नमकीन बिकी है. भारत में किसी भी कंपनी की तरफ से एक साल में बेची गई यह सबसे ज्यादा नमकीन है. वित्तवर्ष 2021-22 में हुई बिक्री से तुलना करें तो सेल 19 फीसद बढ़ी है.
इस बिक्री के साथ करीब 44 हजार करोड़ रुपए के भारतीय नमकीन बाजार में हल्दीराम की हिस्सेदारी 21 फीसद हो गई है. दूसरे नंबर पर पेप्सी है जिसने वित्तवर्ष 2022-23 में 6430 करोड़ रुपए के चिप्स और कुरकुरे जैसे नमकीन बेचे हैं और भारतीय नमकीन बाजार में उसकी हिस्सेदारी 15 फीसद है, तीसरे स्थान पर करीब 12 फीसद हिस्सेदारी के साथ एक और देसी नमकीन ब्रांड बालाजी वेफर्स है. जिसने वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान 5256 करोड़ रुपए की नमकीन बेची है. भारतीय नमकीन बाजार पर करीब 40 फीसद कब्जा स्थानीय नमकीन ब्रांड्स का है.
देश में हल्दीराम 3 अलग अलग ब्रांड्स के तहत व्यापार का संचालन करता है. उत्तर भारत में हल्दीराम स्नैक्स नाम से कारोबार होता है. पश्चिम और दक्षिण भारत में हल्दीराम फूड्स और पूर्वी भारत में हल्दीराम भुजियावाला ब्रांड्स से कारोबार है. हल्दीराम की शुरुआत राजस्थान के बीकानेर से हुई थी जहां पर गंगा बिशन अग्रवाल भुजियावाला ने 1937 में भुजिया की एक छोटी की दुकान से कारोबार शुरू किया था.