कर्ज समाधान प्रक्रिया से गुजर रही एयलाइन गो फर्स्ट (Go First) को अब बेचने की तैयारी है. दरअसल, कंपनी रेजोल्यूशन प्रोफेशनल ने एयरलाइन की बिक्री के लिए इच्छुक कंपनियों से अभिरुचि पत्र यानी EoI आमंत्रित किए हैं. कंपनी की कर्ज समाधान प्रक्रिया के लिए नियुक्त किए गए रेजोल्यूशन प्रोफेशनल शैलेंद्र अजमेरा ने कहा है कि 9 अगस्त तक अभिरुचि पत्र जमा किए जा सकते हैं. 19 अगस्त 2023 को संभावित पात्र आवेदकों की लिस्ट जारी की जाएगी. इसके अलावा 24 अगस्त तक इस लिस्ट पर आपत्तियां दाखिल की जा सकती हैं.
सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत से मिली राहत
NCLT में दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही निजी क्षेत्र की एयरलाइन गो फर्स्ट को सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत से राहत मिल गई है. कोर्ट ने अमेरिकी इंजन निर्माता कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी यानी पीएंडडब्ल्यू को अगस्त से गो फर्स्ट एयरलाइन को पांच इंजन की आपूर्ति करने का आदेश दिया है. पीएंडडब्ल्यू ने कहा है कि कोर्ट के फैसले का पालन किया जाएगा. इससे संकटग्रस्त विमानन कंपनी के फिर से उड़ान भरने की आस जगी है. वहीं दूसरी ओर गो फर्स्ट के रेजोल्यूशन प्रोफेशनल ने दिल्ली उच्च न्यायालय के उस आदेश को ऊपरी अदालत में चुनौती देने की तैयारी कर ली है जिसमें किराये पर विमान देने वाली कंपनियों को नियमित अंतराल पर 30 विमानों के हिस्सों के निरीक्षण और रखरखाव की अनुमति दी गई थी.
वित्तीय संकट की वजह से कंपनी ने 3 मई 2023 से अपनी उड़ानों को निलंबित कर दिया था. 10 मई को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण यानी एनसीएलटी ने कर्ज समाधान प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी देते हुए रेजोल्यूशन प्रोफेशनल को नियुक्त किया था. मौजूदा समय में कंपनी के करीब 4,200 कर्मचारी हैं और कंपनी के ऊपर करीब 11,463 करोड़ रुपए की देनदारियां हैं.