Festive 2023 Sale: त्योहारी सीजन (Festive Season 2023) शुरुआत होने वाली है. फेस्टिव सीजन के दौरान लोग खूब शॉपिंग करते हैं. फेस्टिव सीजन से पहले कई ई-कॉमर्स कंपनियां (E-Commerce Companies) ग्राहकों को लुभाने के लिए फेस्टिव सीजन सेल लेकर आती है. अमेजन और फ्लिपकार्ट सहित तमाम ई-कॉमर्स वेबसाइट पर 8 अक्टूबर से फेस्टिव सेल की शुरुआत हो चुकी है. पिछले साल के मुकाबले इस साल ऑनलाइन शॉपिंग में 25 से 30 फीसदी ज्यादा बढ़ोतरी देखी जा रही है. ऐसे में ई-कॉमर्स कंपनियां अपना प्रॉफिट मार्जिन बढ़ाने के लिए डिस्काउंट में कमी कर रही हैं. अगर कंपनियां ऐसा करती हैं तो ग्राहकों को नुकसान हो सकता है.
त्योहारी सीजन में जबरदस्त सेल
पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2023) का समय चलने के बावजूद ई-कॉमर्स कंपनियों को ग्राहकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ई-कॉमर्स कंपनियों ने सेल शुरू होने के तीसरे दिन ही अपने टारगेट पूरे कर लिए हैं. कई ब्रांड्स और ई-कॉमर्स कंपनियों की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले इस साल 25 से 30 फीसद तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ई-कॉमर्स कंपनी Myntra ने इस साल की फेस्टिव सेल के दौरान 100 फीसद की ग्रोथ दर्ज की है. यह बढ़त पर्सनल केयर, ब्यूटी और ज्वेलरी जैसी कैटेगरी में सबसे ज्यादा रही है.
पर्सनल केयर ब्रांड्स की है भारी डिमांड
पर्सनल केयर ब्रांड्स और ज्वेलरी आइटम्स के अलावा, इस साल इलेक्ट्रॉनिक आइटम की बिक्री भी जमकर हो रही है. Samsung और Xiaomi जैसी कंपनियों के स्मार्टफोन खूब बिक रहे हैं. वहीं, फ्लिपकार्ट पर इस साल सेल के दौरान अब तक 4 लाख से अधिक Apple iPhone बिक चुके हैं. Myntra की रेवेन्यू और ग्रोथ हेड ने बताया कि फेस्टिव सीजन सेल में खरीदारी का क्रेज बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों में भी खूब दिख रहा है. इतना ही नहीं, सेल के पहले ही दिन टियर 2 और 3 शहरों से ऑर्डर की संख्या में 45 फीसद की शानदार बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
ई-कॉमर्स कंपनियां कर सकती है डिस्काउंट में कमी
8 अक्टूबर से ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन और फ्लिपकार्ट ने फेस्टिव सीजन सेल की शुरुआत की है और महज तीन दिन में ही अपने टारगेट पूरे कर लिए हैं. अब इन कंपनियों ने बिक्री की रफ्तार को देखते हुए ऑफर किए गए डिस्काउंट में कटौती पर विचार करना शुरू कर दिया है. ET की खबर के अनुसार, कुछ ब्रांड्स इस सेल के दौरान 80 फीसद तक का डिस्काउंट ऑफर कर रहे हैं. लेकिन अब प्रॉफिट मार्जिन बढ़ाने के लिए कंपनियां कीमतों में 5 से 7 फीसद तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं.