सरकारी लाल फीताशाही से निकलकर टाटा समूह के हाथों में जाने वाली एयर इंडिया के दिन अब बदलते हुए दिख रहे हैं. 2023 में एयर इंडिया की कमाई बढ़कर दोगुनी हो गई है. हालांंकि एयरलाइंस के घाटे में 18 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. टाटा के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एयर इंडिया ने अपने पहले वित्तीय वर्ष, FY23 के नतीजे घोषित किए हैं. इस दौरान कंपनी ने 11,381 करोड़ रुपए का का घाटा दर्ज किया, जो पिछले वित्तीय वर्ष, FY22 से 18.6 प्रतिशत अधिक है. इसमें राइट-ऑफ़ और एक्सेप्शनल वस्तुओं के बाद 9,591 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था, जबकि वित्त वर्ष 2023 में ही परिचालन से इसका राजस्व दोगुना होकर 31,377 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 16,763 करोड़ रुपए था. गौरतलब है कि जनवरी 2022 में टाटा द्वारा एयर इंडिया का अधिग्रहण एयरलाइन सेक्टर में होने वाला एक महत्वपूर्ण बदलाव था.
एयर इंडिया ने दी जानकारी
31 मार्च, 2023 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए कंपनी का कुल खर्च लगभग 40.3 प्रतिशत या 26,346 करोड़ रुपए से बढ़कर 37,111 करोड़ रुपए तक पहुंच गया. दरअसल, एयरलाइन ने विमान के नवीनीकरण और नई तकनीकों को शामिल करने के साथ ही और अधिक कर्मचारियों को शामिल करने आदि पर खर्च करने की प्रतिबद्धता जताई है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 6,610 करोड़ रुपए की एक्सेप्शनल वस्तुओं का विवरण दिया, जो पिछले वर्ष के 2,500 करोड़ रुपए से अधिक है. इसके साथ ही कंपनी ने बताया कि वित्तीय आंकड़ों में ‘संपत्ति की हानि’, कुल 5,100 करोड़ रुपए से अधिक, और बिक्री के लिए रखी गई संपत्ति जैसे विमान और इंजन के मूल्य में कमी का प्रावधान के लिए 1,041 करोड़ रुपए शामिल हैं. कंपनी ने लगभग 3,500 से अधिक कर्मचारियों को वीआरएस की पेश किया था.
प्रमुख मेट्रिक्स में दर्ज की बढ़ोतरी
टाटा समूह ने जनवरी 2022 में 18,000 करोड़ रुपए की विजयी बोली के साथ एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था. इसके बाद, एयरलाइन ने प्रमुख मेट्रिक्स में बढ़ोतरी दर्ज की. वित्त वर्ष 2023 में उपलब्ध सीट किलोमीटर यानी एएसकेएम बढ़कर 60,900 मिलियन हो गया, जो पिछले वर्ष के 37,352 मिलियन से 90 प्रतिशत अधिक है. इसके साथ ही विमानन का राजस्व यात्री किलोमीटर यानी आरपीकेएम भी 2,622 करोड़ से लगभग दोगुने बढ़ोतरी के साथ 5,046 करोड़ तक पहुंच गया.
कंपनी ने बताया कि 2022 में कोविड-19 यात्रा प्रतिबंधों में ढील से हवाई यात्रा में पुनरुत्थान हुआ. भारत में FY20 (कोविड-पूर्व) की तुलना में कोरोना काल के बाद लाभ फीसद में बढ़ोतरी हुई. वित्त वर्ष 2022 की तुलना में FY23 में यात्री भार कारक 73.5 प्रतिशत से बढ़कर FY23 में 81.9 प्रतिशत हो गया. एयरलाइन ने वित्त वर्ष 2023 में 1.85 करोड़ से अधिक यात्रियों को यात्रा कराई, जो पिछले वर्ष के 1.15 करोड़ थी.
विमानन कंपनी का बढ़ा राजस्व
राजस्व के मामले में, एयर इंडिया ने दिसंबर 2022 में 3,000 करोड़ रुपए के साथ अब तक का अपना उच्चतम मासिक यात्री राजस्व हासिल किया. कुल मिलाकर, वित्त वर्ष 2020 की तुलना में यात्री राजस्व में 5,542 करोड़ रुपए की वृद्धि हुई, और कार्गो राजस्व में वित्त वर्ष 2020 की तुलना में 632 करोड़ रुपए या 37 फीसद की वृद्धि देखी गई.
कंपनी ने कही ये बात
एयरलाइन के माल परिचालन में भी बढ़ोतरी रही है. इस वित्तीय वर्ष में यह बढ़ोतरी 321 करोड़ से लगभग दोगुना होकर 585 करोड़ रुपए हो गया. वित्त वर्ष 2023 में एयर इंडिया ने 1,75,212 टन माल ढुलाई की, जबकि वित्त वर्ष 22 में यह 1,69,736 टन थी. एयर इंडिया ने अपने कस्टमर को कहा कि कंपनी अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के लिए कई पहल कीं, जिसमें नए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मार्गों को जोड़ना और मौजूदा वाइड-बॉडी विमानों के नवीनीकरण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना आदि शामिल हैं.