BYD और MG के बाद भारत में एक और चीनी कंपनी 'लीपमोटर' की एंट्री

चीनी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी लीपमोटर भारत में एनरोलमेंट को अंतिम रूप दे रही है.

BYD और MG के बाद भारत में एक और चीनी कंपनी 'लीपमोटर' की एंट्री

BYD और MG के बाद अब भारतीय बाजार में चीन की एक और कंपनी अपना सिक्का जमाने आ रही है. इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी BYD मोटर्स की तरह चीनी कंपनी लीपमोटर भारत में एंट्री ले सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी लीपमोटर भारत में एनरोलमेंट को अंतिम रूप दे रही है.

लीपमोटर की भारत में होगी एंट्री

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि लीपमोटर की सज्जन जिंदल की अगुवाई वाली जेएसडब्ल्यू के साथ बातचीत चल रही थी. लीपमोटर अब भारत में स्टेलेंटिस ग्रुप के साथ साझेदारी में भारत में प्रवेश कर रही है, जिसने हाल ही में अपने ग्लोबल एग्जीक्यूटिव में नोमिनेशन किया है. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कंपनी जल्द ही भारत में एंट्री और निवेश की घोषणा करेगी. हालांकि अभी इसके लिए कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है.

लेकिन इसी के साथ एक बड़ा सवाल है कि क्या भारत में एक बार फिर चीनी कंपनियों का दबदबा बढ़ने वाला है. पहले चीन को भारत “बाय कट” करने के बाद अब सरकार भारत में चीनी कंपनियों के निवेश को बढ़ावा दे रही है. लेकिन अब चीनी कंपनियों की एंट्री अलग तरह से हो रही है.

चीनी कंपनियों के खिलाफ भारत में अभियान

गौरतलब है कि साल 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद, दोनों देशों में तानव बढ़ गया. भारत ने चीनी कंपनियों को बैन कर दिया. साल 2022 में तवांग में एक बार फिर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हो गई और देश में चीन को लेकर भारतीयों में आक्रोश फैलने लगा. इसके बाद सरकार और आम जनता दोनों ही चीनी कंपनियों का भारत में विरोध करने लगीं. इतना ही नहीं, दीवाली में चीनी पटाखे बैन हो गए. लेकिन अब फिर भारत में चीनी कंपनियों का निवेश शुरू हो गया है.

जॉइंट वेंचर के रूप में भारत में फिर चीन की एंट्री

चीन को लेकर थोड़ा सरकार का रुख अब बदलता दिख रहा है. भारत में अब जॉइंट वेंचर के रूप में चीनी कंपनियां वापस आ रही है. दरअसल, भारत एक उभरता हुआ बाजार है. ऐसे में चीन भारत में व्यापार का मौका खोना नहीं चाहता है. वाहनों के अलावा, सरकार इलेक्ट्रॉनिक आइटम बनाने वाली कंपनियों को भी जॉइंट वेंचर के रूप में भारत में एंट्री दी जा रही है. लीपमोटर भी इसी तरह, भारत में स्टेलेंटिस ग्रुप के साथ साझेदारी में भारत में एंट्री ले रही है. इसके अलावा, शंघाई हाईली भी टाटा वोल्टास के साथ जॉइंट वेंचर बनाना चाहती है. इलेक्ट्रॉनिक और आईटी मंत्रालय ने शंघाई हाईली को पत्र लिखकर जानकारी भी मांगी है. अगर भारत में इसे मंजूरी मिलती है तो साफ है कि अब चिनिं कंपनियां जॉइंट वेंचर बना कर भारत के बाजार में एंट्री मारने की तैयारी कर रही है.

Published - May 6, 2024, 07:46 IST