उद्योगपति गौतम अदानी की अगुवाई वाला अदानी समूह अगले 10 साल में अपने बंदरगाह, बिजली और सीमेंट परिचालन में हरित ऊर्जा बदलाव के लिए 100 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा. समूह का लक्ष्य 2050 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जक बनना है.
समूह की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘‘ ऊर्जा बदलाव हासिल करने की दिशा में उसकी कंपनियां अगले दशक में 100 अरब डॉलर का निवेश करेंगी. इसमें से 70 फीसद निवेश स्वच्छ ऊर्जा के लिए होगा.’’
समूह ने अपनी पांच कंपनियों अदानी ग्रीन एनर्जी, अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अदानी पोर्ट्स एंड एसईजेड, एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स के लिए 2050 या उससे पहले शुद्ध शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की योजना बनाई है.
उद्योगपति गौतम अदानी नीत समूह सक्रिय रूप से नवीकरणीय ऊर्जा की ‘सोर्सिंग’ कर रहा है. समूह संचालन का विद्युतीकरण कर रहा है और जैव ईंधन को अपना रहा है. इसके साथ ही ‘वेस्ट हीट रिकवरी’ और ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों को तैनात कर रहा है.
वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही के लिए अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस की अनुषंगी कंपनी अदानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई ने समग्र मिश्रण में अपनी नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) हिस्सेदारी को प्रभावशाली 38.3 फीसद तक बढ़ा दिया है.
अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस को अग्रणी ईएसजी वैश्विक प्रदर्शन रेटिंग एजेंसी सीएसआरएचयूबी से 86 फीसद अंक मिले हैं. इसके साथ ही एईएसएल का स्कोर 911 कंपनियों के इलेक्ट्रिक तथा गैस यूटिलिटीज उद्योग के औसत से आगे रहा.
अदानी पोर्ट 2040 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जक बनने की राह पर है. वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में इसने कुल ऊर्जा मिश्रण में नवीकरणीय ऊर्जा की 15 फीसद हिस्सेदारी हासिल की. ऊर्जा उत्सर्जन 48 फीसद रहा.
अदानी एंटरप्राइजेज अपनी कम लागत वाली एकीकृत हरित हाइड्रोजन परियोजना के हिस्से के रूप में 10 गीगावॉट सौर पैनल, 10 गीगावॉट पवन टर्बाइन और पांच गीगावॉट हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर विकसित करने के लक्ष्य के साथ तीन गीगा-कारखानों का निर्माण कर रही है.
अदानी समूह ने कॉर्बन उत्सर्जन में कटौती पर अधिक जोर देने के लिए 2030 तक 10 करोड़ पेड़ लगाने का वादा भी किया है.