अदानी ग्रुप (Adani Group) एक बार फिर खबरों में है. इस बार तीन वजहें है जिनसे ग्रुप कॉरपोरेट जगत की सुर्खियों में सबसे ऊपर ट्रेंड कर रहा है. पहली खबर यह है कि अदानी ग्रुप ने अपनी गैर बैंकिंग वित्त कंपनी ( NBFC) अदानी कैपिटल में हिस्सेदारी बेचने के लिए इंटरेनशनल स्ट्रैटेजिक और फाइनेंशियल इन्वेस्टर से बातचीत शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि अदानी ग्रुप ने अपने सभी कारोबारों में अपनी स्थिति की समीक्षा करने के बाद अदानी कैपिटल में हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है.
अदानी ट्रांसमिशन लोन लेगी
दूसरी खबर अदानी ट्रांसमिशन से जुड़ी है. कंपनी अपनी 1,700 करोड़ रुपए की लोन डील पूरी करने के करीब है. कंपनी ये लोन 9 वैश्विक बैंकों के एक कंसोर्टियम से लेगी. ऐसी उम्मीद है कि ये डील जुलाई के अंत तक पूरी हो जाएगी. इस पैसे का इस्तेमाल महाराष्ट्र में 400 KV का एक सबस्टेशन और ट्रांसमिशन लाइन्स लगाने में किया जाएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत 2,100 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
Trainman का पूरा किया अधिग्रहण
तीसरी खबर यह है कि अदानी इंटरप्राइजेज जल्द ही ऑनलाइन ट्रेन टिकटें बेचेगी. दरअसल, अदानी इंटरप्राइजेज ने ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म ट्रेनमैन (Trainman) की 100 फीसद हिस्सेदारी खरीदने के लिए शेयर खरीद समझौता किया है. ट्रेनमैन पर अब तक स्टार्क इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड (Stark Enterprises Private Limited) का मालिकाना हक था.
Trainman डील पर विवाद
इस डील को लेकर राजनीतिक गर्मी भी बढ़ गई है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस पर ट्वीट करते हुए अदानी ग्रुप और सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है: “पहले IRCTC से टक्कर… और उसके बाद टेकओवर”. IRCTC ने इस पर अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा है कि इससे उसे चुनौती नहीं मिलेगी क्योंकि ट्रेनमैन उसका एक अधिकृत बिजनेस-टू-कस्टमर पार्टनर है, प्रतिद्वंद्वी नहीं है.