चीन से स्टील आयात 6 साल की ऊंचाई पर पहुंच गया है. इस्पात मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान चीन से स्टील इंपोर्ट 1.11 मिलियन टन दर्ज किया गया है, जो कि 6 साल में सबसे ज्यादा है. यूरोप में कम मांग और घरेलू बाजार में बेहतर स्वीकार्यता के साथ-साथ व्यापार, एफएमसीजी और ऑटो सेक्टर में ज्यादा भाव की पेशकश से चीन से आयात में सालाना आधार पर करीब 50 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और उसके साथ ही यह भारत को स्टील निर्यात करने वाला सबसे बड़ा विक्रेता बन गया है.
चीन ने भारत के परंपरागत विक्रेताओं जैसे कोरिया को पीछे छोड़ दिया है. साथ ही स्पेशियालाइज्ड स्टील की कैटेगरी में भी उसने जापान को पीछे छोड़ दिया है. स्टील मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 में अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान चीन का इंपोर्ट 0.75 मिलियन टन दर्ज किया गया था, जबकि वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2021 की समान अवधि में चीन से इंपोर्ट क्रमश: 0.49 मिलियन टन और 0.51 मिलियन टन था.
पूर्व-कोविड वित्त वर्ष 2020 और वित्त वर्ष 2029 में अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में चीन से भारत का स्टील इंपोर्ट क्रमशः 0.88 मिलियन टन और 0.95 मिलियन टन दर्ज किया गया था. गौरतलब है कि अक्टूबर 2023 में भारतीय कारोबारियों ने चीन से करीब 0.19 मिलियन टन स्टील का ऑर्डर दिया है और इस ऑर्डर के साथ ही यह महीना सबसे ज्यादा खरीदारी वाले महीनों में से एक बन गया है.