सालाना आधार पर पेट्रोल-डीजल की मांग में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

Fuel Price Update: वित्त वर्ष 2024 में भारत में फ्यूल की मांग में करीब 5 फीसद की बढ़ोतरी हुई है.

petrol diesel price

भारत में फ्यूल (Petrol-Diesel) की खपत में गिरावट दिख रही है, लेकिन इसकी मांग में बढ़ोतरी जारी है. मार्च में सालाना आधार पर ईंधन की खपत में 0.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि वित्त वर्ष 2024 में फ्यूल की मांग में करीब 5 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. इसकी मुख्य वजह पेट्रोल-डीजल और नेफ्था की बिक्री में बढ़ोतरी है.

क्या कहता है तेल मंत्रालय का आंकड़ा?

तेल मंत्रालय के पेट्रोलियम प्‍लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, मार्च में ईंधन की कुल खपत 4.99 मिलियन बैरल प्रति दिन थी. जबकि इसी अवधि में पिछले साल यह 5.02 मिलियन बैरल प्रति दिन से मामूली कम थी. हालांकि, वित्तीय वर्ष 2024 के लिए ईंधन की मांग 233.276 मिलियन टन या 4.67 मिलियन बैरल प्रति दिन के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई, जो पिछले वर्ष के 223.021 मिलियन टन या 4.48 मिलियन बैरल प्रति दिन के आंकड़े से मामूली ज्यादा थी.

डीजल की बिक्री बढ़ी

भारत में ट्रकों और कामर्शियल गाड़ियों में उपयोग किये जाने के कारण डीजल की बिक्री मार्च में 3.1 प्रतिशत बढ़कर 8.04 मिलियन टन हो गई जो पिछले वित्तीय वर्ष में 4.4 फीसद थी. इस बीच, मार्च में पेट्रोल की बिक्री भी सालाना आधार पर 6.9 फीसद बढ़कर 3.32 मिलियन टन हो . सड़क निर्माण के लिए उपयोग किए जाने वाले बिटुमेन की बिक्री मार्च में स्थिर रही, लेकिन इसमें वित्तीय वर्ष 2024 यानी सालाना आधार पर 9.9 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इसके अलावा, एलपीजी की बिक्री 8.6 फीसद बढ़कर 2.61 मिलियन टन पर पहुंच गई, जबकि नेफ्था की बिक्री पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि में 5.5 फीसद बढ़ोतरी के साथ 1.19 मिलियन टन हो गई.

Published - April 8, 2024, 05:37 IST