पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की टूटी उम्मीद!

सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछले 21 महीनों से पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है.

पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की टूटी उम्मीद!

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अंतर्राष्ट्रीय तेल कीमतों में आई नरमी के बीच पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की संभावना पर कहा है कि वैश्विक बाजार इस समय ‘बेहद अशांत’ है और किसी भी कटौती से पहले इसे स्थिर होना होगा. सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछले 21 महीनों से पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल), भारत पेट्रोलियम कॉरपारेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) का लगभग 90 फीसद घरेलू पेट्रोलियम बाजार पर नियंत्रण है.

पुरी ने खुदरा कीमतों में कटौती को लेकर तेल कंपनियों के साथ किसी तरह की बातचीत के बारे में चर्चा पर कहा कि ऐसे किसी भी मुद्दे पर तेल विपणन कंपनियों के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि तेल कंपनियां ईंधन मूल्य निर्धारण के बारे में अपना फैसला खुद करती हैं. इसके साथ ही पेट्रोलियम मंत्री ने रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि हम इस समय अत्यधिक अशांत स्थिति में हैं. वैश्विक मानचित्र पर दो क्षेत्र हैं जो संघर्ष की स्थिति में हैं.

पुरी ने कहा कि वैश्विक समुद्री परिवहन का 12 फीसद, तेल का 18 फीसद और एलएनजी व्यापार का चार-आठ फीसद लाल सागर एवं स्वेज नहर के जरिये संचालित होता है. लाल सागर में जहाजों पर हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय तेल की कीमतों में उछाल आया था लेकिन बाद में दरें कम हो गई हैं. पुरी ने कहा कि इस अत्यधिक अस्थिर स्थिति में हमारा प्राथमिक दायित्व तेल की उपलब्धता और किफायत को सुनिश्चित करना है. हम इस स्थिति को बहुत सावधानी से देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि तेल कंपनियां मूल्य संशोधन के बारे में सरकार से नहीं पूछती हैं. पेट्रोल और डीजल की कीमतें अप्रैल, 2022 से ही स्थिर बनी हुई हैं. राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपए प्रति लीटर है और डीजल 89.62 रुपए प्रति लीटर है.

Published - January 3, 2024, 07:29 IST