दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता देश भारत ने तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक से उपभोक्ताओं, उत्पादकों और वैश्विक अर्थव्यवस्था के लाभ के लिए बाजार में स्थिरता सुनिश्चित करने को कहा है. पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नौ नवंबर को वियना में हुई छठी भारत-ओपेक ऊर्जा वार्ता में यह बयान दिया है. बैठक की सह-अध्यक्षता ओपेक के महासचिव हैसम अल गै़स और पुरी ने की.
बयान में कहा गया है कि बैठक में खुली और स्पष्ट चर्चा तेल और ऊर्जा बाजारों से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर केंद्रित रही. इस महत्वपूर्ण बैठक में कच्चे तेल की उपलब्धता, कीमत और स्थिरता को सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया. दोनों पक्षों ने उद्योग के लिए लघु, मध्यम और दीर्घकालिक दृष्टिकोण के संबंध में चर्चा करने के साथ ही वैश्विक आर्थिक वृद्धि और ऊर्जा मांग में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका की बात कही है.
बयान में महासचिव के हवाले से कहा गया है कि भारत और ओपेक के बीच संबंध आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि दुनिया वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने, सस्ती ऊर्जा प्रदान करने और उत्सर्जन कम करने पर ध्यान दे रही है.