Crude Oil Price: ईंधन की कमजोर मांग के संकेतों के बीच सोमवार को तेल की कीमतों में फिर गिरावट दर्ज की गई. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम होने से दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी घटती नजर आ रही है. इससे आने वाले समय में ईंधन की मांग और भी कम हो सकती है. इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल 82 डॉलर प्रति बैरल के पार चल रहा है. ब्रेंट क्रूड 82.50 डॉलर प्रति बैरल पर, जबकि WTI क्रूड 78.07 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार करता नजर आया.
ब्रेंट क्रूड वायदा 26 सेंट या 0.3 फीसद फिसलकर 0025 जीएमटी तक 82.53 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड वायदा 23 सेंट या 0.3 फीसद की गिरावट के साथ 78.03 डॉलर प्रति बैरल पर था. दोनों बेंचमार्क शुक्रवार को लगभग 1 डॉलर कम हो गए. दरअसल, फेड अधिकारियों के बीच इस बात की बहस छिड़ी है कि क्या अमेरिकी ब्याज दरें महंगाई को 2 फीसद पर वापस लाने के लिए पर्याप्त हैं.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक डॉलर को सपोर्ट देते हुए हुए अपनी नीतिगत दर को मौजूदा स्तर पर लंबे समय तक बनाए रख सकता है. एएनजेड के विश्लेषकों ने कहा कि कमजोर मांग के संकेतों के बीच तेल की कीमतों में भी गिरावट आई, क्योंकि अमेरिकी गैसोलीन और डिस्टिलेट इन्वेंट्री में बढ़ोतरी हुई है.
गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर रिफाइनरी कंपनियां डीजल के मुनाफे में गिरावट से जूझ रही हैं क्योंकि नई रिफाइनरियों से आपूर्ति बढ़ रही है और उत्तरी गोलार्ध में खराब मौसम और आर्थिक गतिविधियों के उथल-पुथल के बीच मांग में कमी आ रही है. हालांकि पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन और उनके सहयोगी, यानी OPEC+ साल की दूसरी छमाही में आपूर्ति में कटौती को बढ़ा सकते हैं.