देशवासियों को नए साल में बड़ी राहत मिल सकती है. केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम में बड़ी कटौती करने की योजना पर काम कर रही है. पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती की घोषणा 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले होने की संभावना है. जानकारों का मानना है कि अगले साल मई में लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में मोदी सरकार लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने के लिए जनता को राहत दे सकती है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत में नरमी आई है, जिसकी वजह से भारत में भी ईंधन के दाम में कटौती होने की संभावना बढ़ गई है. सूत्रों का कहना है कि वित्त मंत्रालय जल्द ही पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने की घोषणा करेगा.
सूत्रों ने बताया कि इस बार पेट्रोल और डीजल के दाम में 10 रुपए प्रति लीटर तक की बड़ी कटौती हो सकती है. पेट्रोल-डीजल की कीमत में ये कटौती करीब दो साल बाद होगी. दो साल पहले सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाकर इसके दाम घटाए थे. सरकार ने पेट्रोल पर 8 रुपए लीटर और डीजल पर 6 रुपए लीटर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी घटाई थी.
पेट्रोल-डीजल में कटौती का कुछ हिस्सा ऑयल मार्केटिंग कंपनियां वहन करेंगी. वित्त मंत्रालय ने पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने के लिए अलग-अलग विकल्प तैयार किए हैं. इन सभी प्रस्तावों को प्रधानमंत्री कार्यालय में भेजा गया है. वित्त मंत्रालय अब प्रधानमंत्री कार्यालय से अंतिम मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहा है. मंजूरी मिलते ही पेट्रोल-डीजल में बड़ी कटौती की घोषणा की जाएगी.
वर्तमान में, दिल्ली में पेट्रोल की खुदरा कीमत 96.71 रुपए लीटर और डीजल की खुदरा कीमत 89.62 रुपए प्रति लीटर है. मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर से ऊपर बिक रहा है. कोविड महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से क्रूड ऑयल की कीमतों में हुई वृद्धि से, भारत के महानगरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत 110 रुपए प्रति लीटर से ऊपर निकल गई थीं.
क्रूड ऑयल के महंगा होने से 2022 में सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को पेट्रोल पर प्रति लीटर 17 रुपए और डीजल पर 35 रुपए प्रति लीटर का नुकसान हो रहा था. अब क्रूड ऑयल का दाम कम होने से स्थिति बदल गई है और तेल कंपनियों को पेट्रोल पर 8 से 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 3 से 4 रुपए प्रति लीटर का मुनाफा हो रहा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल वर्तमान में 70 से 80 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. क्रूड ऑयल की कीमतों में आई नरमी को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को कीमत घटाने का प्रस्ताव भेजा गया है.
इस हफ्ते क्रूड ऑयल के दाम में आई गिरावट का कारण वैश्विक स्तर पर इसकी मांग घटना है. इसलिए माना जा रहा है कि आगे आने वाले समय में भी क्रूड ऑयल के दाम में नरमी कायम रह सकती है. अमेरिका में क्रूड ऑयल की इनवेंट्री भी बढ़कर अगस्त के बाद रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई है. उल्लेखनीय है कि मांग के मुकाबले आपूर्ति अधिक होने से भी क्रूड ऑयल पर दबाव देखने को मिल रहा है.