अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में नरमी के बाद सरकार ने देश में उत्पादित कच्चे तेल तथा डीजल के निर्यात पर अप्रत्याशित लाभ कर में बृहस्पतिवार को कटौती की.
आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क या एसएईडी के रूप में लगाया जाने वाला कर 9,800 रुपये प्रति टन से घटाकर 6,300 रुपये प्रति टन कर दिया गया है.
डीजल के निर्यात पर एसएईडी को दो रुपये प्रति लीटर से घटाकर एक रुपये प्रति लीटर कर दिया गया. विमान ईंधन या एटीएफ और पेट्रोल के निर्यात पर शुल्क शून्य ही रहेगा. नई कर दरें बृहस्पतिवार से लागू हो गईं.
इससे पहले एक नवंबर को दरों में संशोधन करते हुए सरकार ने कच्चे तेल पर कर 9,050 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 9,800 रुपये प्रति टन कर दिया था. इसके साथ ही डीजल के निर्यात पर शुल्क को आधा कर दो रुपये कर दिया गया था. विमान ईंधन पर शुल्क एक रुपये प्रति लीटर से शून्य कर दिया गया था.
पिछले संशोधन के बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतें नरम हुई हैं, जिससे कटौती आवश्यक हो गई. भारत द्वारा आयात किए जाने वाले कच्चे तेल का औसत मूल्य इस महीने अभी तक 84.78 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल रहा. अक्टूबर में यह औसत 90.08 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल और सितंबर में 93.54 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल था.