मनी टाइम: चांदी में आई जोरदार गिरावट

सोने का भाव भी 330 रुपए के नुकसान के साथ 61,370 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया.

मनी टाइम: चांदी में आई जोरदार गिरावट

भारतीय रुपया गुरुवार को डॉलर के मुकाबले 15 पैसे कमजोर होकर 82.09 के स्‍तर पर पहुंच गया. कच्‍चे तेल की कीमतों में तेजी की वजह से रुपए में यह गिरावट आई है. घरेलू शेयर बाजार के कमजोर होने का भी असर रुपए पर पड़ा. महंगाई के ताजा आंकड़ों के इंतजार में निवेशक सतर्क रुख के साथ कारोबार कर रहे हैं. दूसरी ओर अमेरिका में महंगाई के आकड़ों में गिरावट की वजह से डॉलर को समर्थन मिला है.

चांदी में आई जोरदार गिरावट

आज चांदी के दाम में भारी गिरावट आई है. वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच दिल्‍ली सर्राफा बाजार में चांदी की कीमत 1650 रुपए लुढ़ककर 75,950 रुपए प्रति किलोग्राम रह गई. सोने का भाव भी 330 रुपए के नुकसान के साथ 61,370 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया. विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 2,026 डॉलर प्रति औंस रह गया. जबकि चांदी गिरावट के साथ 25.10 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी.

अदानी समूह बेचेगा अपने शेयर

अरबपति कारोबारी गौतम अदानी ने रणनीतिक रूप से महत्‍वपूर्ण और साहसिक कदम उठाया है. अदानी समूह इक्विटी शेयर बेचकर दो से ढाई अरब डॉलर की राशि जुटाने पर विचार कर रहा है. समूह की दो कंपनियों के निदेशक मंडल की 13 मई को बैठक होगी. जिसमें धन जुटाने के बारे में निर्णय किया जाएगा. अदानी एंटरप्राइजेज और अदानी ग्रीन एनर्जी में इक्विटी शेयर की बिक्री की जाएगी. अदानी समूह यूरोप और पश्चिम एशिया के निवेशकों से यह राशि जुटा सकता है. इन निवेशकों ने निवेश को लेकर गहरी रुचि दिखाई है.

EPFO की ऊंची पेंशन पर कंफ्यूजन

EPFO ने ऊंची पेंशन का विकल्‍प चुनने वाले लोगों को अतिरिक्त योगदान या बकाया देने पर अपनी सहमति जताने के लिए तीन महीने का समय दिया है. EPFO ने अंशधारकों को ऊंची पेंशन का विकल्प चुनने के लिए नियोक्ताओं के साथ संयुक्त विकल्प फॉर्म भरने के लिए ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई है. इसके लिए समयसीमा पहले तीन मई थी, जिसे बढ़ाकर अब 26 जून तक कर दिया गया है. अभी इस बात को लेकर चीजें साफ नहीं हैं कि ऊंची पेंशन का विकल्प चुनने पर कैसे अतिरिक्त योगदान का विकल्प काम करेगा और भुगतान करने का तरीका क्या होगा.

इक्विटी म्‍यूचुअल फंड में घटा निवेश

इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश मासिक आधार पर अप्रैल में 68 फीसद घटकर 6,480 करोड़ रुपए रहा. इस दौरान निवेशकों ने विभिन्न निवेश माध्यमों में पैसा लगाने को लेकर देखो और इंतजार करो का रुख अपनाया है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के मुताबिक यह इक्विटी वर्ग में निवेश का लगातार 26वां महीना था. मुख्य रूप से छोटी और मझोली कंपनियों के जरिय यह निवेश आया है. . कुल मिलाकर, 42 कंपनियों वाले म्यूचुअल फंड उद्योग में अप्रैल में 1.21 लाख करोड़ रुपए का निवेश होने से इसमें जबर्दस्त सुधार देखने को मिला.

Published - May 12, 2023, 09:17 IST