1. महंगाई और ब्याज दर के साथ अब रुपया भी आपकी परेशानी बढ़ाने वाला है. महंगाई बढ़ने से जहां ब्याज दर बढ़ने का खतरा बढ़ गया है. इससे विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शेयर बाजार से अपने पैसे निकालने शुरू कर दिए हैं. इस वजह से बाजार में लगातार गिरावट की वजह से भारतीय रुपया कमजोर हो गया है. शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 32 पैसे टूटकर 82.24 के स्तर पर बंद हुआ. कच्चा तेल 84 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने से भी भारतीय मुद्रा पर असर पड़ा है. रुपया कमजोर होने से देश में आयात होने वाली चीजें और महंगी हो जाएंगी. विदेश में पढ़ने और घूमने गए लोगों का खर्च बढ़ जाएगा. कमजोर रुपया देश की आयात क्षमता को भी प्रभावित करेगा.
2. रुपए के साथ-साथ आज सोने-चांदी में भी बड़ी गिरावट आई है. वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 350 रुपए और चांदी 1900 रुपए कमजोर हुई है. सोने का भाव आज 60,250 रुपए प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ. चांदी का भाव औंधे मुंह लुढ़ककर 76,000 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गया. अमेरिका में दूसरी तिमाही के GDP आंकड़े उम्मीद से अधिक मजबूत रहे. इस वजह से सोने-चांदी की कीमतों पर दबाव रहा. GDP आंकड़े इस बात का संकेत दे रहे हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में फेडरल रिजर्व लंबे समय तक ऊंची ब्याज दर को लंबे समय तक बनाए रखेगा.
3. रुपए और सोने की तरह ही शेयर बाजारों का भी हाल बुरा रहा. विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने से घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन कमजोरी के साथ बंद हुए. बीएसई सेंसेक्स 106 अंक गिरकर 66,160 अंक पर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी भी 13 अंक गिरकर 19,646 अंक पर बंद हुआ. भारत में ब्याज दर में एक और वृद्धि की आशंका बढ़ गई है. इससे निवेशकों ने रेट सेंसेटिव बैंक शेयरों में खूब बिकवाली की. वहीं महंगाई के साथ लंबी चलने वाली लड़ाई ने आईटी कंपनियों के परिदृश्य को और कमजोर किया. इस वजह से आईटी स्टॉक से भी निवेशक बाहर निकले.
4. भारतीय कंपनियां अब विदेशी शेयर बाजारों में शेयर बेचकर पैसा जुटा सकेंगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि भारतीय कंपनियां अब विदेशी शेयर बाजारों के साथ-साथ. अहमदाबाद स्थित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र पर सीधे सूचीबद्ध हो सकेंगी. सरकार ने इसके लिए अपनी मंजूरी दे दी है. इस संबंध में कोविड राहत पैकेज के तहत घोषणा की गई थी. जिसे तीन साल बाद मंजूरी मिली है. सरकार के इस कदम से घरेलू कंपनियों को विदेश में विभिन्न शेयर बाजारों में अपने शेयरों को सूचीबद्ध करके धन जुटाने में मदद मिलेगी.
5. एयर ट्रैफिक बढ़ने के साथ ही एयरलाइंस में होने वाली गड़बडि़यां भी बढ़ गई हैं. इन गड़बडि़यों को रोकने के लिए नियामक कड़ी कार्रवाई कर रहा है. ताजा मामले में DGCA ने इंडिगो पर 30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है. ये जुर्माना परिचालन, प्रशिक्षण और इंजीनियरिंग प्रक्रियाओं से जुड़ी कुछ खामियों के लिए लगाया गया है. इंडिगो के विमानों में इस साल छह महीने के भीतर टेल स्ट्राइक की चार घटनाएं हुई हैं. इसमें विमान का टेल यानी पिछला हिस्सा जब उड़ान भरने या उतरने के समय हवाईपट्टी को छूने लगता है. तो उसे टेल स्ट्राइक कहा जाता है.
6. देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनके परिवार को बड़ी राहत मिली है. प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण ने मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, नीता अंबानी, टीना अंबानी और कुछ अन्य लोगों पर लगे 25 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने का सेबी का आदेश खारिज कर दिया है. यह मामला वर्ष 2000 में रिालयंस इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण नियमों का अनुपालन न करने से जुड़ा है. सेबी ने अप्रैल, 2021 में जांच के बाद 25 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था. सैट ने सेबी को जुर्माने की राशि चार हफ्ते के भीतर लौटाने का निर्देश दिया है.
7. भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण शुरू होने के साथ एक नई औद्योगिक क्रांति शुरू होने वाली है. अमेरिका की सेमीकंडक्टर कंपनियों माइक्रोन और एएमडी ने भारत में बड़े निवेश की घोषणा की है. माइक्रोन टेक्नोलॉजी गुजरात में भारत की पहली चिप फैक्ट्री लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है. एएमडी ने भी अगले पांच वर्ष में 40 करोड़ डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है. वहीं फॉक्सकॉन भी भारत में सेमीकंडक्टर भविष्य को लेकर बहुत अधिक आशावादी है. वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि उन्हें एक दिग्गज टेक्नोलॉजी पार्टनर मिल गया है और अगले ढाई साल में वह सेमीकंडक्ट का निर्माण शुरू कर देगी.
8. अबतक भले ही देश में सामान्य के मुकाबले ज्यादा बारिश हुई है. लेकिन अब आशंका जताई जा रही है कि अगस्त के दौरान बारिश में कमी आ सकती है. दक्षिण कोरिया के मौसम विभाग का अनुमान है कि अगस्त के दौरान भारत में सामान्य से कम बारिश होगी. यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में कम बरसात होने का अनुमान है. देश के सिर्फ 43 फीसद सब डिविजन में इस साल सामान्य बरसात हुई है. 42 फीसद में सामान्य से अधिक बारिश हुई है. 15 फीसद हिस्सा ऐसा है जहां सामान्य से कम बारिश हुई है.
9. भारत में फाइनेंशियल फ्रॉड्स लगातार बढ़ रहे हैं. 2022 में ATM और दूसरे फ्रॉड्स के मामले 65 फीसद बढ़े हैं. वित्त मंत्रालय ने बताया कि इन फ्रॉड्स में जो पैसे ठगे गए हैं. वो 2021 की तुलना में लगभग डबल हो गए हैं.पिछले साल हर 64,000 ट्रांजैक्शन पर 1 फ्रॉड को अंजाम दिया गया. 2022 में 17 लाख से ज्यादा फ्रॉड में 2,113 करोड़ रुपए ठगे गए हैं. बढ़ते फ्रॉड को देखते हुए संसदीय समिति ने सरकार को साइबर अपराधों से निपटने के लिए नियम बनाने का सुझाव दिया है. समिति ने DGCA की तर्ज पर साइबर संरक्षण प्राधिकरण बनाने की सिफारिश की है. प्राधिकरण को एथिकल हैकर्स की सेवाएं लेने की अनुमति देने की भी बात कही गई है. समिति ने साइबर अपराध के शिकार हुए लोगों को पर्याप्त मुआवजा देने की भी बात कही है.
10. देश में कारोबारी सुगमता को बढ़ाने के लिए सरकार कई कानूनों को अपराध-मुक्त श्रेणी में डालने पर विचार कर रही है. इसके लिए एक कार्य समूह गठित किया गया है. यह समूह उन क्षेत्रों को तलाशेगी जहां कानूनी प्रावधानों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने की ज्यादा जरूरत है. इस कदम से भारत की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.