1. सरकार बिजली की दरें तय करने के लिए टाइम-ऑफ-डे टैरिफ सिस्टम लागू करने जा रही है. ऐसा होने पर देश भर के बिजली उपभोक्ता सौर घंटों यानी दिन के समय बिजली खपत का प्रबंधन कर अपने बिजली बिल में 20 फीसद तक की बचत कर सकेंगे. टाइम ऑफ डे टैरिफ के तहत दिन के अलग-अलग समय के लिए बिजली की अलग-अलग दरें लागू होंगी. नए टैरिफ सिस्टम में सौर घंटों में बिजली की दर सामान्य दर से 10 से 20 फीसद तक कम होगी. जबकि पीक ऑवर्स में बिजली की दर 10 से 20 फीसद ज्यादा होगी. टाइम ऑफ डे टैरिफ व्यवस्था एक अप्रैल, 2024 से 10 किलोवाट और उससे ज्यादा मांग वाले कमर्शियल और औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए लागू होगी. कृषि छोड़कर अन्य सभी उपभोक्ताओं के लिए यह नियम एक अप्रैल, 2025 से लागू होगा.
2. मानसून की देरी की वजह से एक नया संकट खड़ा होता दिख रहा है. देश के जलाशयों में पानी का स्तर घटने लगा है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जलाशयों में पानी का स्तर पिछले साल के मुकाबले करीब 8 फीसद कम है. पानी के स्तर में अगर सुधार नहीं हुआ तो भविष्य में इसकी वजह से पीने के पानी का संकट खड़ा हो सकता है. पानी की कमी के चलते रबी सीजन की बुआई भी प्रभावित हो सकती है. जिससे खाद्य पदार्थों की महंगाई फिर भड़क सकती है.
3. मानसून की धीमी प्रगति के कारण उद्योगों में चिंता बढ़ गई है. सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि चालू खरीफ सत्र में तिलहनों की बुवाई में देरी हो रही है. अल-नीनो के कारण तिलहन फसलों का उत्पादन प्रभावित हो सकता है. इससे वनस्पति तेलों की घरेलू उपलब्धता पर असर पड़ सकता है. मांग के अनुरूप आपूर्ति न होने से वनस्पति तेलों के दाम में वृद्धि देखने को मिल सकती है.
4. घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही. बीएसई सेंसेक्स 259 अंक फिसलकर 62,980 अंक पर बंद हुआ. वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख और केंद्रीय बैंकों की तरफ से नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की आशंका के बीच बाजार नुकसान में रहा. एनएसई निफ्टी भी 105 अंक की गिरावट के साथ 18,665 पर बंद हुआ. वैश्विक केंद्रीय बैंक महंगाई को काबू में करने की कोशिश में लगे हुए हैं. एक्सेंचर के अपनी आय अनुमान में कटौती करने से भारतीय आईटी क्षेत्र की आय में संभावित गिरावट की चिंता बढ़ गई है. जिससे आईटी शेयरों पर दबाव देखा जा रहा है.
5. देश की दिग्गज कोयला कंपनी कोल इंडिया का कहना है कि भविष्य में कोयले की कीमतों की बढ़ोतरी को महंगाई दर से जोड़ा जाएगा. यानी महंगाई बढ़ेगी तो कोयले की कीमतें भी बढ़ जाएंगी. कंपनी ने कहा कि कोयले की कीमतों में अचानक बढ़ोतरी को रोकने के लिए इस व्यवस्था पर काम किया जा रहा है. हालांकि देश में बिजली तैयार करने के लिए इस्तेमाल होने वाले घरेलू कोयले की कीमतों में पिछले 5 वर्षों से बदलाव नहीं हुआ है. कोयले की कीमतों के बढ़ने से बिजली की कीमतें बढ़ने की आशंका रहती है.
6. सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS में एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है. कंपनी में नौकरी दिलाने के बदले भारी भरकम कमीशन लेने का मामला सामने आया है. इस पूरे मामले का खुलासा एक व्हिसलब्लोयर की ओर से किया गया है. आरोप है कि कंपनी के बड़े अधिकारी स्टाफिंग कंपनियों से सालों से नौकरी दिलाने के बदले मोटा कमीशन ले रहे हैं. कमीशन की राशि 100 करोड़ रुपए तक बताई जा रही है. जांच के बाद TCS ने रिसोर्स मैनेजमेंट ग्रुप के ग्लोबल हेड ईएस चक्रवर्ती को ऑफिस आने से रोक दिया है. और तीन अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इसके अलावा तीन स्टाफिंग फर्मों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है.
7. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि महंगाई को निर्धारित दायरे के भीतर लाने में अभी आधी कामयाबी ही मिली है. एमपीसी बैठक के ब्योरे के मुताबिक, RBI गवर्नर का कहना है कि महंगाई दर को निर्धारित सीमा के भीतर लाने का हमारा काम अभी आधा ही हुआ है. महंगाई के खिलाफ हमारी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. हमें उभरती नई स्थितियों का आकलन करने की जरूरत है. जरूरत पड़ने पर कठोर कदम उठाने के लिए भी RBI तैयार है.
8. Bank of America ने Paytm से जुड़ी कंपनी One97 Communication का टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है. ब्रोकरेज फर्म ने Paytm के साउंडबॉक्स से जुड़े अवसरों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है. BofA को लगता है कि Paytm ने सबसे पहले इस डिवाइस की शुरुआत की और इसका फायदा उसे मिलेगा. हाई-मार्जिन वाले इस सेगमेंट में अवसरों को देखते हुए BofA ने One97 Communication का टारगेट प्राइस 19 फीसद बढ़ाकर 1,050 रुपए कर दिया है. ब्रोकरेज फर्म को लगता है कि कंपनी के शेयरों में 21 जून के क्लोजिंग प्राइस से 21 फीसद तक का उछाल आ सकता है. 23 जून को पेटीएम का शेयर 841 रुपए पर बंद हुआ है.
9. सरकार घरेलू और कमर्शियल उपयोग वाले सभी विद्युत उपकरणों को अनिवार्य गुणवत्ता नियमों के अंतर्गत लाने की योजना बना रही है. इस कदम का लक्ष्य खराब गुणवत्ता वाली वस्तुओं के आयात पर लगाम कसना और घरेलू उद्योग को बढ़ावा देना है. DPIIT ने भारतीय मानक ब्यूरो से परामर्श के बाद बिजली उत्पादों के लिए मसौदा नियंत्रण आदेश जारी किया है. मसौदा आदेश के तहत, मानदंड घरेलू, कमर्शियल सभी तरह के विद्युत उपकरणों पर लागू होंगे. इनमें वैक्यूम क्लीनर, इलेक्ट्रिक हेयर शेवर, मसाजर, इलेक्ट्रिक कुकर, हीटिंग उपकरण, इलेक्ट्रिक कॉफी मेकर और इलेक्ट्रिक फूड प्रोसेसर आदि शामिल हैं.
10. भारत में बनी पहली सेमीकंडक्टर चिप अगले साल दिसंबर तक बाजार में आ जाएगी. टेलीकॉम और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देश में चार-पांच सेमीकंडक्टर संयंत्र एक साल के अंदर स्थापित होने की संभावना है. पहली मेड इन इंडिया चिप दिसंबर, 2024 तक आ जाएगी. प्रस्तावित माइक्रोन सेमीकंडक्टर संयंत्र के लिए गुजरात में भूमि आवंटन के लिए समझौता हो चुका है. गुजरात में इस असेंबली संयंत्र का चरणबद्ध निर्माण 2023 में ही शुरू होने की उम्मीद है.
11. सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम ने निश्चित अवधि वाली एक नई बीमा योजना धन वृद्धि पेश की है. LIC के मुताबिक इस बीमा योजना की बिक्री 23 जून से शुरू हो गई है और यह योजना 30 सितंबर तक ही उपलब्ध रहेगी. धन वृद्धि एक गैर-लिंक्ड, गैर-भागीदारी, व्यक्तिगत, बचत वाली और एकल प्रीमियम वाली जीवन योजना है. जो सुरक्षा और बचत दोनों की सुविधा देती है. पॉलिसी अवधि के दौरान अगर पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके परिजनों को वित्तीय मदद देने का प्रावधान इस योजना में किया गया है. मेच्योरिटी पर एक गारंटीशुदा राशि देने का प्रावधान भी इसमें रखा गया है. यह योजना 10, 15 और 18 साल की अवधि के लिए उपलब्ध है.