1. बैंकों में भी अब जल्द 5-डे वीक सिस्टम लागू हो सकता है. यानि बैंक सप्ताह के केवल पांच दिन खुला करेंगे और दो दिन बंद रहेंगे. बैंकों की विभिन्न युनियंस के संयुक्त संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस दो साप्ताहिक अवकाश की मांग लंबे समय से कर रहा है. इस मांग पर विचार करने के लिए बैंकों की शीर्ष संस्था इंडियन बैंकिंग एसोसिएशन ने 28 जुलाई को बैठक बुलाई है. इसमें सभी हितधारकों के साथ बातचीत कर 5-डे वीक पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
2. जल्द ही रियायती दरों पर बेचा जाने वाला टमाटर आप ऑनलाइन खरीद सकेंगे. सरकार, ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स यानी ONDC के साथ टमाटर की ऑनलाइन बिक्री करने के लिए बातचीत कर रही है. ONDC के माध्यम से 70 रुपए किलो के दाम पर टमाटर उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए NCCF और नैफेड ONDC के साथ बातचीत चल रही है. अभी कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म 170 से 180 रुपए किलो पर टमाटर बेच रहे हैं…
3. सरकार ने अटल बीमित कल्याण योजना को 2 साल के लिए आगे बढ़ा दिया है. इस योजना के तहत नौकरी छूटने पर कर्मचारी को हर माह उसकी सैलरी का 50 फीसदी वेतन सरकार देती है. ESIC के तहत इस योजना को कोरोना काल के दौरान शुरू किया गया था. अभी तक इस योजना से 43,399 लोग लाभ उठा चुके हैं. सरकार ने इन्हें 57 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी की है.
4. वित्त वर्ष 2022-23 में डिजिटल फ्रॉड के मामले बढ़कर दोगुने हो गए है. इसे देखते हुए RBI ने बैंकिंग प्रणाली में बढ़ती डिजिटल धोखाधड़ी पर अपना फोकस बढ़ा दिया है..वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 3,596 डिजिटल फ्रॉड रिपोर्ट किए गए थे. जो वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 6,659 हो गए हैं. इस दौरान फ्रॉड में शामिल कुल रकम 30,252 करोड़ रुपए रही.
5. निजी बैंकों में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर लगातार बढ़ रही है. वित्त वर्ष 2022-23 में निजी बैंको में नौकरी छोड़ने की दर यानी एट्रिशन रेट 30 फीसद से ज्यादा रहा. बाजार में बढ़ता कॉम्पिटिशन और टेक्नोलॉजी, सेल्स से जुड़े कर्मचारियों के ज्यादा संख्या में नौकरियों बदलने जैसी तमाम वजहों से एट्रिशन रेट इतना ज्यादा बढ़ा है. Axis Bank, Kotak Mahindra Bank, और HDFC Bank जैसे बड़े बैंकों में युवा कर्मचारी ज्यादा संख्या में नौकरियां छोड़ रहे हैं.
6. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO से इस साल मई में शुद्ध रूप से 16 लाख 30 हजार सब्सक्राइर्ब्स जुड़े हैं. श्रम मंत्रालय ने बताया कि मई में 3,673 कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को EPFO की सामाजिक सुरक्षा दायरे में शामिल किया है. नए अंशधारकों में से 56 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी 18 से 25 साल के उम्र के कर्मचारियों की है.
7. शेयर बाजारों में लगातार 6 ट्रेडिंग सेशन से जारी तेजी आज थम गई. हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन बाजार में भारी बिकवाली देखने को मिली.सेंसेक्स 887 प्वाइंट गिरकर 66,684 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी भी 234 प्वाइंट लुढ़ककर 19,745 पर आ गया. इससे पहले गुरुवार को सेंसेक्स ने 67,619 और निफ्टी ने 19,991 की नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छूआ था.
8. DGCA ने स्पेशल ऑडिट के बाद गो-फर्स्ट को फिर से परिचालन शुरू करने की मंजूरी दे दी है. गो-फर्स्ट को अपनी उड़ान शुरू करने से पहले कुछ शर्तों का पालन करना होगा. फर्स्ट ने 15 विमान और रोज 114 उड़ानों के साथ परिचालन फिर से शुरू करने की योजना सौंपी थी. अब 23 जुलाई के बाद कंपनी अपनी उड़ानों को शुरू करने की घोषणा करेगी.
9. दिल्ली में सोने का भाव 350 रुपए गिरकर 60,450 रुपए प्रति दस ग्राम हो गया. वहीं चांदी की कीमत भी 750 रुपए घटकर 77,200 रुपए प्रति किलोग्राम रह गई. अमेरिकी डॉलर में मजबूती आने से कीमती धातुओं पर दबाव बना है. अमेरिका में बेरोजगारी दावे दो महीने के निचले स्तर पर आने से डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ है. इससे अब वहां ब्याज दर में एक और बढ़ोतरी की संभावना बढ़ गई है. जिससे सोने-चांदी पर दबाव देखा जा रहा है.
10. L&T पहली बार अपना शेयर बायबैक करने जा रही है. 85 साल के इतिहास में कंपनी पहली बार निवेशकों से अपने शेयर वापस खरीदेगी. शेयर बायबैक का फैसला करने के लिए L&T के बोर्ड की बैठक 25 जुलाई को होने जा रही है. इस बैठक में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए डिविडेंड देने पर भी फैसला लिया जाएगा. करीब पांच साल पहले कंपनी ने पहली बार 1,475 रुपए प्रति शेयर के भाव पर 9,000 करोड़ रुपए के 4 फीसद से ज्यादा शेयर बायबैक करने का ऐलान किया था. हालांकि सेबी ने उस समय बायबैक की वजह से कंपनी के ऊपर कर्ज बढ़ने की चिंता जताई थी और बायबैक को मंजूरी नहीं दी थी.
11. देश का विदेशी मुद्रा भंडार 14 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 12 अरब डॉलर बढ़कर 609 अरब डॉलर हो गया. मुद्रा भंडार का यह 15 महीने का सबसे ऊंचा स्तर है. विदेशी मुद्रा भंडार किसी देश की मजबूत स्थिति को प्रदर्शित करता है. इससे देश की अर्थव्यवस्था की हालत के बारे में भी संकेत मिलता है. मजबूत आर्थिक आंकड़ों से विदेश निवेश को आकर्षित करने में मदद मिलती है. देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ना अर्थव्यवस्था के लिहाज से अच्छा संकेत है.