Money Time: कितना कम हुआ बैंकों का NPA?

सरकारी बैंकों का मुनाफा निजी बैंकों की तुलना में तेजी से बढ़ा

Money Time:  कितना कम हुआ बैंकों का NPA?

1. अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में तेजी. और भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों की खरीदारी बढ़ने से बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी एक नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए.. कारोबार के दौरान दौरान सेंसेक्स पहली बार 64,000 अंक.. और निफ्टी 19,000 अंक के पार पहुंच गया. बीएसई सेंसेक्स 499 अंक बढ़कर 63,915 अंक के अपने अब तक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ.. एनएसई निफ्टी भी 154 अंक चढ़कर 18,972 अंक की रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ. महंगाई दर में हालिया गिरावट से राहत मिलने पर निवेशक बड़े पैमाने पर जोखिम वाली परिसंपत्तियों पर दांव खेल रहे हैं. आज की तेजी में निवेशकों की संपत्ति 2.2 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई है.

2. भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार देश के बैंकों का फंसा कर्ज अनुपात इस साल मार्च में 3.9 फीसद पर आ गया है. ये पिछले एक दशक का सबसे कम स्तर है. RBI का मानना है कि बैंकों का सकल NPA मार्च 2024 तक और कम होकर 3.6 फीसद होने का अनुमान है. RBI ने कहा कि बैंक और कंपनियों दोनों के बही-खाते मजबूत हुए हैं. इससे कुल मिलाकर वृद्धि को गति मिलने की उम्मीद है.. क्योंकि बही-खातों के मजबूत होने का दोहरा लाभ होता है. एक तरफ जहां कंपनियों का कर्ज कम होगा. वहीं बैंकों का NPA भी नीचे आएगा..

3. उत्‍तर प्रदेश सरकार ने प्राइवेट इनवेस्‍टमेंट बढ़ाने के लिए उत्‍तर प्रदेश टाउनशिप पॉलिसी 2023 को दी मंजूरी. आम जनता को मिलेगा किफायती दाम पर अत्‍याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित टाउनशिप में घर खरीदने का मौका. नई पॉलिसी के तहत डेवलपर और डेवलपमेंट अथॉरिटी के लिए जिम्‍मेदारियां होंगी तय. नियमों का उल्‍लंघन करने वाले डेवलपर्स पर लगाया जाएगा जुर्माना. टाउनशिप में आर्थिक रूप से कमजोर और निम्‍न-आय वर्ग के लोगों के लिए 10 फीसदी रहेगा आरक्षण.

4. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास का कहना है कि अनिश्चितताएं बढ़ने. और चुनौतियों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था की रिकवरी ठोस रही है. और यह सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है.. दास ने कहा कि वित्तीय स्थिरता पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. और वित्तीय प्रणाली के सभी पक्षों को इसे कायम रखने के लिए काम करना चाहिए.. दास ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में वैश्विक अर्थव्यवस्था ने लगातार कई झटकों का सामना किया है. इनमें कोविड-19 महामारी, भू-राजनीतिक अस्थिरता, मौद्रिक नीति में तीव्र गति से बदलाव और हाल में आया बैंकिंग संकट भी शामिल है..

5. विदेशों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट के बीच दिल्‍ली सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 300 रुपए गिरकर 59,050 रुपए प्रति 10 ग्राम पर रह गया. चांदी की कीमत भी 350 रुपए टूटकर 71,250 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई. विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,910 डॉलर प्रति औंस रहा. जबकि चांदी भी गिरावट के साथ 22.75 डॉलर प्रति औंस पर आ गई.

6. भारतीय टेलीकॉम इंडस्‍ट्री में रिलायंस जियो का दबदबा कायम बना हुआ है. अप्रैल महीने में रिलायंस जियो ने 30 लाख 40 हजार नए सब्‍सक्राइर्ब्‍स जोड़े हैं. इससे पहले मार्च में भी कंपनी ने 30 लाख 50 हजार ग्राहक अपने नेटवर्क से जोड़े थे. भारती एयरटेल ने अप्रैल महीने में 76,328 यूजर्स जोड़े हैं. जबकि इससे पहले मार्च में इसने अपने नेटवर्क में 10 लाख 40 हजार ग्राहक जोड़े थे. वहीं वोडाफोन आइडिया के लिए बुरे दिन खत्‍म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. अप्रैल महीने में भी वोडाफोन आइडिया ने 29 लाख 90 हजार सब्‍सक्राइर्ब्‍स खोए हैं. जबकि मार्च में इसके ग्राहकों की संख्‍या 12 लाख 10 हजार घटी थी.

7. छोटे उद्यमियों को राहत देने के लिए उत्‍तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सूक्ष्म उद्यमी दुर्घटना बीमा योजना को मंजूरी दी है. MSME के लिए लाई गई मुख्यमंत्री सूक्ष्म उद्यमी दुर्घटना बीमा योजना के माध्यम से मुश्किल परिस्थितियों में सूक्ष्म उद्यमियों को सहायता प्रदान की जाएगी. इसके तहत पात्र उद्यमी की दुर्घटना में मृत्यु होने या अपंगता पर पांच लाख रुपए तक की मदद दी जाएगी. प्रदेश में कुल MSME इकाइयों की लगभग 15 फीसद इकाइयां ही औपचारिक रूप से उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर रजिस्‍टर्ड हैं. 85 फीसद इकाइयां अनौपचारिक रूप से काम कर रही हैं..

8. देश में जिस गति से संगठित क्षेत्र में नौकरियां पैदा हो रही हैं. वह अपर्याप्त हैं और लोगों के लिए अच्छी नौकरियां सृजित करने पर ध्यान देने की जरूरत है. यह कहना है भाजपा के सांसद और पूर्व वित्‍त राज्‍य मंत्री जयंत सिन्‍हा का. उन्‍होंने कहा कि एआई और मशीन लर्निंग जैसी टेक्‍नोलॉजी के बीच भारत के लिए अच्छी नौकरियां पैदा करना बड़ी चुनौती है. इन टेक्‍नोलॉजियों को नौकरियां खत्म करने वाला बताया जा रहा है.. युवाओं के लिए अच्छे रोजगार पैदा करने के लिए और ज्यादा बेहतर काम करने की जरूरत है..

9. सरकार ने 2023-24 सत्र के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य बढ़ाने की घोषणा की है. FRP वह न्‍यूनतम मूल्‍य है जिसपर चीनी मिलें किसानों से गन्‍ना खरीदती हैं. मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने गन्ने का न्यूनतम मूल्य 10 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाने का फैसला किया है. सत्र 2023-24 के लिए गन्ने का FRP 315 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है.. पिछले सत्र में गन्ने का न्यूनतम मूल्य 305 रुपए प्रति क्विंटल था. चालू विपणन सत्र 2022-23 में 11 लाख 1 हजार 366 करोड़ रुपए मूल्य का 3,353 लाख टन गन्‍ना चीनी मिलों ने खरीदा है.

10. टमाटर की कीमतों में अचानक उतार-चढ़ाव से निपटने के लिए उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय टमाटर ग्रैंड चैलेंज शुरू करेगा. इस ग्रैंड चैलेंज में टमाटर के उत्पादन, प्रोसेसिंग और स्‍टोरेज में सुधार के लिए नए विचारों को आमंत्रित किया जाएगा. मंत्रालय प्रोटोटाइप बनाकर इसे आगे बढ़ाएगा. ग्रैंड चैलेंज का उद्देश्य खेत, गांव और शहरी स्तर पर उत्पादन, प्राथमिक प्रसंस्करण, फसल निकालने के बाद भंडारण और टमाटर के मूल्य निर्धारण के लिए टेक्‍नोलॉजी को विकसित करने के लिए अभिनव, मॉड्यूलर और लागत प्रभावी समाधान लाना है..

11. पिछले एक साल में दूध के दाम में 10 रुपए लीटर की बढ़ोतरी हुई है. सरकार ने भी यह माना है कि हाल के महीनों में दूध की कीमतें बढ़ी हैं. लेकिन देश में दूध और अन्य डेयरी उत्पादों की कोई कमी नहीं है. डेयरी मंत्री पुरषोत्तम रूपाला ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में डेयरी क्षेत्र के सात फीसद की दर से बढ़ने की संभावना है.सरकार दूध उत्पादन और उपलब्धता बढ़ाकर समस्या का समाधान करने की पूरी कोशिश कर रही है. अमूल और मदर डेयरी ने किसानों से दूध की बढ़ती खरीद लागत का हवाला देते हुए पिछले एक साल में दूध की कीमतों में कई बार बढ़ोतरी की है.. सरकार चारे की उपलब्धता में सुधार के लिए एक नई योजना के तहत सब्सिडी प्रदान कर रही है.

Published - June 29, 2023, 08:00 IST