जन्‍म-मृत्‍यु प्रमाण पत्र के लिए आधार होगा जरूरी

मृत्‍यु प्रमाणपत्र के मामले में भी आधार को अनिवार्य बनाया जाएगा.

जन्‍म-मृत्‍यु प्रमाण पत्र के लिए आधार होगा जरूरी

1. आधार का बढ़ने जा रहा है अब और दायरा. सरकार ने बुधवार को रजिस्‍ट्रेशन ऑफ बर्थ एंड डेथ अमेंडमेंट बिल लोकसभा में पेश किया है. नए बिल के कानून बन जाने के बाद बर्थ सर्टिफ‍िकेट बनवाने के लिए आधार जरूरी हो जाएगा. प्रस्‍तावित कानून के तहत बर्थ रजिस्‍ट्रेशन के वक्‍त माता-पिता दोनों का या जानकारी देने वाले को अपना आधार प्रस्‍तुत करना अनिवार्य होगा. मृत्‍यु प्रमाणपत्र के मामले में भी आधार को अनिवार्य बनाया जाएगा. सरकार का मकसद टेक्‍नोलॉजी और डिजिटलीकरण का लाभ उठाकर पब्लिक सर्विस को बेहतर बनाना है.

2. एक बार फ‍िर GST काउंसिल की बैठक 2 अगस्त को होने जा रही है. इसमें कई अहम मसलों पर चर्चा होगी. इसमें रियल-मनी गेम्स की फेस वैल्यू पर 28 फीसदी जीएसटी के फैसले से जुड़े टैक्स-ट्रीटमेंट पर भी बातचीत हो सकती है.ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी. इस महीने की 11 तारीख को ही जीएसटी काउंसिल की बैठक हुई थी. इसमें ऑनलाइन गेम्‍स पर चुकाए गए पूरे पैसे पर 28 फीसदी जीएसटी लगाने का फैसला लिया गया था.

3. घाटे की बात कर पेट्रोल-डीजल सस्‍ता न करने वाली तेल कंपनियां मोटा मुनाफा बना रही हैं. सरकारी तेल कंपनी बीपीसीएल ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 10,664 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है.कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट के बाद भी पेट्रोल- डीजल की खुदरा बिक्री कीमतों में कोई कटौती न होने से कंपनी को अपना मार्जिन सुधारने में मदद मिली है. पेट्रोल पर तीनों सरकारी कंपनियां अक्टूबर-दिसंबर, 2022 की तिमाही से ही मुनाफा कमा रही हैं. डीजल पर उन्हें सकारात्मक मार्जिन इस साल मई से मिलना शुरू हुआ है.

4. इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर को लेकर नए अनुमान सामने आने लगे हैं. अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF ने कहा है कि 2024 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसद रहने का अनुमान है. यह अप्रैल में जताए गए अनुमान के मुकाबले 0.2 फीसदी अधिक है. आईएमएफ ने कहा है कि महंगाई की वजह से केंद्रीय बैंक के नीतिगत दर में वृद्धि करने का असर आर्थिक गतिविधियों पर पड़ा है.अगर केंद्रीय बैंक मौद्रिक नीति को और कड़ा करते हैं तब वित्‍तीय क्षेत्र में कुछ समस्‍या पैदा हो सकती है.

5. गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने का असर चावल की कीमतों पर दिखने लगा है. घरेलू बाजार में चावल की कीमतों में 4000 रुपए टन तक की गिरावट आई है. प्रतिबंध से पहले घरेलू बाजार में गैर बासमती सफेद चावल का भाव 32000 रुपए प्रति टन था. जो अब घटकर 28000 रुपए प्रति टन पर आ गया है. यानी कीमतों में 4 रुपए प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है.आगे चावल की कीमतों में और कमी आने की संभावना जताई जा रही है.

6. चावल का आयात रुकने से भले ही आपको फायदा हो रहा है. लेकिन इसका नुकसान दुनिया के अन्‍य देशों को उठाना पड़ रहा है. इसे देखते हुए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत को चावल के आयात पर से प्रतिबंध हटाने के लिए कहा है. आईएमएफ ने कहा है कि वह भारत को चावल निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने के लिए प्रोत्साहित करेगा. IMF का कहना है कि चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगने से वैश्विक स्तर पर महंगाई बढ़ने की आशंका बहुत ज्‍यादा बढ़ गई है.

7. बुधवार को घरेलू शेयर बाजारों में दो दिन की गिरावट के बाद अच्छी तेजी देखने को मिली.सेंसेक्स 351 प्वाइंट की मजबूती के साथ 66,707 अंक पर बंद हुआ.वहीं एनएसई का निफ्टी भी 97 प्वाइंट बढ़कर 19,778 अंक के स्तर पर बंद हुआ.विदेशी निवेशकों की खरीदारी लौटने और अमेरिकी बाजारों में तेजी से बाजारों को समर्थन मिला है. बुनियादी ढांचा, बैंक और पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में खरीदारी से शेयर बाजार में तेजी दर्ज की गई.

8. अगर आप भी बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करने जा रहे हैं.तो पहले ये खबर जरूर देख लीजिए. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्‍स की वसूली बुधवार से शुरू हो गई है. यानी अब इस एक्‍सप्रेस-वे पर सफर करने के लिए आपको शुल्‍क का भुगतान करना होगा. 296 किलोमीटर लंबा एक्‍सप्रेस-वे इटावा को औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा और बांदा होते हुए चित्रकूट से जोड़ता है.

9. अगली खबर भी एक्‍सप्रेस-वे से ही जुड़ी है. एक अगस्‍त से बेंगलुरु-मैसूर एक्‍सप्रेस-वे पर टू-व्‍हीलर और ऑटो रिक्‍शा नहीं चल सकेंगे. NHAI ने टू-व्‍हीलर सहित ऑटो रिक्‍शा और ट्रैक्‍टर को बेंगलुरु-मैसूर एक्‍सप्रेस-वे पर चलने से प्रतिबंधित कर दिया है.स्‍पीड में चलने वाले वाहनों की सुरक्षा के लिए ये फैसला लिया गया है.

10. अगर आप एफडी कराने जा रहे हैं. तो रुक जाइए. पहले हमारी ये खबर सुन लीजिए. एक्सिस बैंक ने 16 महीने वाली एफडी पर ब्‍याज दर को घटा दिया है. बैंक ने 16 महीने से लेकर 17 महीने से कम वाली एफडी पर ब्‍याज की दर 10 बेसिस प्‍वॉइंट घटाकर 7.10 फीसदी कर दी है. बैंक ने अन्‍य अवधि की एफडी पर मिलने वाले ब्‍याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है. लंबी अवधि की एफडी पर बैंक 7 फीसदी ब्‍याज दर की पेशकश कर रहा है.

Published - July 27, 2023, 08:06 IST