देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को अपने कार्यकाल का तीसरा आम बजट (Budget 2021) संसद में पेश किया. कोरोना काल में पहला आम बजट है, जिसपर सभी की निगाहें टिकी हुई थी. आर्थिक मंदी से उभरने के लिए सरकार किस तरह के कदम उठाती है जिसका सभी इंतजार था. इस बीच वित्तमंत्री ने बीमा कंपनियों और बैंकों को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने बताया है कि देश की नरेंद्र मोदी सरकार दो सरकारी बैंकों को बेचेगी.
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान करते हुए कहा, एक सामान्य बीमा कंपनी (General Insurance Company) का प्राइवेटाइजेशन होगा. इसके अलावा 2 सरकारी क्षेत्र के बैंक (PSU) का प्राइवेटाइजेशन होगा यानि बेचे जाएंगे. साथ ही साथ सरकारी कंपनियों की अतिरिक्त जमीन भी बेची जाएगी. वहीं, सरकार IDBI बैंक का निजीकरण करेगी.
वित्तमंत्री ने बीमा कंपनी को लेकर ऐलान किया कि LIC का IPO (Initial Public Offering) लाएंगे, जिसके बाद शेयर्स बेचने की योजना है. सरकार ने बीमा कंपनियों में विदेश निवेश (FDI) को भी बढ़ाने की अनुमति दी है. एफडीआई की सीमा बढ़ाकर 74 फीसदी कर दी गई है, जोकि पहले 49 प्रतिशत थी. बैंकों के अटके कर्जों से निपटने के लिए परिसंपत्ति पुनर्गठन एवं प्रबंधन कंपनी की स्थापना की जाएगी. इसके अलावा लैंड मोनेटाइजेशन के लिए SPV बनाएंगे. इसका मतलब स्पेशल पर्पज व्हीकल होता है.
Budget 2021: इन 6 स्तंभों पर टिका है निर्मला सीतारमण का बजट
वित्तमंत्री ने बताया कि 2021-22 का बजट 6 स्तंभों पर टिका है. इसका पहला स्तंभ स्वास्थ्य और कल्याण, दूसरा-भौतिक और वित्तीय पूंजी और अवसंरचना, तीसरा-अकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, मानव पूंजी में नवजीवन का संचार करना, पांचवा-नवाचार और अनुसंधान और विकास, छठा स्तंभ-न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन है.
Budget 2021: कोरोना संकट का समय
सीतारमण ने बताया कि सरकार ने मई में 5 मिनी बजट पेश किए, आत्मनिर्भर पैकेज GDP का 13 फीसदी हिस्सा है. उन्होंने बताया कि गरीबों के लिए सरकार गरीब कल्याण योजना लेकर आई. वित्तमंत्री ने बताया कि लॉकडाउन में PMGKY योजना लेकर आई गई. 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज मिला उन्होंने बताया कि यह दशक का पहला बजट है.