(Photo credits: TV9 Bharatvarsh)
मार्च के महीने में थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Inflation) पर आधारित मुद्रास्फीति 1.34 फीसदी रही. फरवरी में महंगाई का यह आंकड़ा 3.85 फीसदी रहा था. मार्च के दौरान थोक महंगाई दर 29 महीने के निचले स्तर पर आ गई है. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, “बेसिक मेटल्स, खाने पीने की चीजों, कपड़ों, गैर-खाद्य वस्तुओं, खनिजों, रबर और प्लास्टिक उत्पादों, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और कागज और कागज उत्पादों की कीमतों में नरमी की वजह से महंगाई में कमी आई है.
यह लगातार 10वां महीना था जब थोक मुद्रास्फीती में कमी आई है. थोक महंगाई के घटने से आने वाले महीनों में खुदरा महंगाई में भी नर्मी देखी जा सकती है.