Home Loan कराना चाहते हैं ट्रांसफर! तो इन बातों पर जरूर दें ध्यान, EMI का बोझ हो सकता है कम!

अपना होम लोन मौजूदा बैंक से किसी दूसरे बैंक में शिफ्ट करने से पहले सभी बैंकों की ब्याज दरों का एक तुलनात्मक अध्ययन कर लें.

  • Team Money9
  • Updated Date - December 2, 2021, 05:13 IST
know how much home loan the bank can give on a monthly salary of Rs 25,000

घर खरीदने के लिए होम लोन (Home Loan) लगभग हर इंसान लेता है, लेकिन कई बार लेने के बाद आप महसूस करते हैं कि आपको इतनी अच्छी डील नहीं मिल पाई. कई बार महंगे ब्याज या अच्छी बैंकिंग सर्विस न मिलने और दूसरी वजहों से लोग अपना होम लोन (Home Loan) ट्रांसफर कराना चाहते हैं. COVID -19 की वजह से लोगों की सैलरी में कटौती हो रही है या वे बेरोजगार हो जा रहे हैं, इसकी वजह से भी ग्राहक अपने लोन (Home Loan) के भार को कम करने के लिए बैलेंस ट्रांसफर पर विचार कर रहे हैं. बैलेंस ट्रांसफर को भले ही आम लोग लोन के ट्रांसफर के तौर पर समझते हों, लेकिन यह एक तरह से नया लोन लेने जैसा होता है.

ब्याज दर को लेकर बैंक से बात करें

अपना होम लोन (Home Loan) मौजूदा बैंक से किसी दूसरे बैंक में शिफ्ट करने से पहले सभी बैंकों की ब्याज दरों का एक तुलनात्मक अध्ययन कर लें. जब आपको लगे कि आपका बैंक आपसे ज्यादा ब्याज ले रहा है तो उससे दरें घटाने के लिए कहें. यदि बैंक के साथ आपका संबंध अच्छा है और आप समय पर सभी ईएमआई (EMI) का भुगतान करते हैं तो आपका कर्जदाता आपके क्रेडिट हिस्ट्री और लोन चुकौती क्षमता को देखते हुए आपके अनुरोध पर विचार कर सकता है. इस तरह आप प्रीपेमेंट, ट्रांसफर, प्रोसेसिंग फीस, आवेदन शुल्क का भुगतान किए बिना अपना EMI बोझ कम कर सकते हैं.

इस स्थिति में करें लोन ट्रांसफर

अगर बचे हुए होम लोन (Home Loan) की राशि ज्यादा है यानी लंबे समय तक ईएमआई देना है तो नए बैंक में स्विच करें. अगर आप सिर्फ एक-दो साल के लिए स्विच करना चाहते हैं तो इसक बहुत मतलब नहीं है. अगर आपका होम लोन 20 साल के लिए है तो आप 16 से 18 साल के लिए स्विच कर सकते हैं. इसके अलावा जब आपका लोन अमाउंट काफी ज्यादा हो तभी लोन शिफ्टिंग का फायदा है. कम लोन राशि है तो इससे बचें.

बैलेंस ट्रांसफर चार्ज

कम ब्याज दरों पर होम लोन (Home Loan) शिफ्टिंग से आपको लंबे समय में फायदा होगा, जिसके लिए आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है. होम लोन (Home Loan) बैलेंस ट्रांसफर प्रक्रिया में कई शुल्क शामिल हैं, जैसे प्रोसेसिंग फीस, आवेदन शुल्क, निरीक्षण शुल्क, अन्य. कुछ शुल्क ऐसे होंगे जो आपके मौजूदा बैंक और नए कर्जदाता दोनों द्वारा वसूले जाएंगे. चूंकि यह आपके लोन को फिर से फाइनेंस करने की तरह है, अधिकांश बैंक और NBFC, प्रोसेसिंग चार्ज के रूप में, ट्रांसफर होने वाले लोन का 1 से 3% तक चार्ज करते हैं. हालांकि कई बैंक्स फेस्टिव सीजन में ओफर के तहत लोन प्रोसेसिंग फीस माफ भी कर देते हैं.

कोलैटरल देने में ध्यान रखें

यदि आपने अपने लोन का एक बहुत बड़ा हिस्सा पहले ही चुका दिया है तो अपने नए बैंक को पूरा ओरिजिनल कोलैटरल प्रदान न करें. इसके बजाय, अपने नए बैंक को कम राशि वाला कोलैटरल प्रदान करें. क्योंकी आप जरूरत पड़ने पर एक अलग लोन लेने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

Published - December 2, 2021, 05:13 IST